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दैनिक ‘लोकमत टाइम्‍स’ के संभाजीनगर संस्‍करण में कर से संबंधित लेख में श्रीकृष्‍ण और अर्जुन का अनादर !

हिन्‍दुओं, ऐसे लेखों को केवल पढकर बाजू में न रखकर हिन्‍दुओं के देवताओं का अनादर करनेवाले दैनिक ‘लोकमत टाइम्‍स’ का वैध पद्धति से विरोध कीजिए !

संभाजीनगर : अंग्रेजी दैनिक ‘लोकमत टाइम्‍स’ के संभाजीनगर संस्‍करण में साप्‍ताहिक स्‍तंभ ‘करनीति’ में करों के संदर्भ में जानकारी दी जाती है । इस स्‍तंभ में विद्यमान सूत्रों के स्‍पष्‍टीकरण देते समय श्रीकृष्‍ण एवं अर्जुन जैसे नामों का उपयोग कर हिन्‍दुओं के देवताओं का अनादर किया है । यह लेक २२ नवंबर को ७वें पन्‍ने पर प्रकाशित किया गया है । (प्रत्‍येक बार हिन्‍दुओं के देवताओं के नामों का ही उपयोग क्‍यों किया जाता है ?, इस पर हिन्‍दुओं को अंतर्मुख होकर विचार करना चाहिए ! – संपादक, हिन्दुजागृति.ऑर्ग )

साप्‍ताहिक स्‍तंभ ‘करनीति’ का २२ नवंबर को प्रकाशित किया गया यह ४१४वां भाग है । इस स्‍तंभ में कर के विषय में सुझाव देते समय श्रीकृष्‍ण और अर्जुन ऐसे नामों का उपयोग कर इन दोनों के मध्‍य का संवाद दिया गया है ।

श्रीकृष्‍ण एवं अर्जुन के मध्‍य का संवाद !

उदा. अर्जुन : हे कृष्‍ण, जीएस्‌टी (वस्‍तु एवं सेवा कर) कानून के अंतर्गत केंद्र सरकार की ओर से कोरोना प्रकोप के कारण व्‍यापारियों की कौनसी छूटें दी गई हैं ?

श्रीकृष्‍ण : अर्जुन, जीएस्‌टी के अंतर्गत केंद्र सरकार ने १ मई को प्रकाशित केंद्रीय कर अधिसूचना के द्वारा विविध अनुपालनों की तिथियां बढा दी हैं ।

इस संवाद में श्रीकृष्‍ण एवं अर्जुन का अनादरपूर्वक उल्लेख किया गया है । इससे पूर्व ‘करनीति गणपति की जयजयकार – जीएस्‌टी का हाहाकार ! ‘करनीति विघ्‍नहर्ता, जीएस्‌टी रिटर्न के विघ्‍नों को दूर कीजिए’ जैसे लेखों में भी श्री गणेशजी का अनादर किया गया था ।

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