वेंगुर्ला (महाराष्ट्र) में पत्रकारों के लिए परिचर्चा का आयोजन
वेंगुर्ला : हिन्दू जनजागृति समिति के गुजरात राज्य, पश्चिम महाराष्ट्र एवं कोंकण विभाग समन्वयक श्री. मनोज खाडये ने यह आवाहन करते हुए कहा कि एक बार धर्मनिरपेक्ष (सेक्यूलर) भारत सरकार के अन्नसुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (fssai) से प्रमाणपत्र लेने पर पुनः निजी इस्लामी हलाल प्रमाणपत्र लेने के लिए अनिवार्यता क्यों ? यह प्रमाणपत्र देनेवाले संगठनों में से कुछ संगठन आतंकी गतिविधियों में संलिप्त धर्मांधों को छुडाने के लिए उनकी कानूनी सहायता कर रहे हैं । धर्मनिरपेक्ष भारत में इस प्रकार धर्म पर आधारित समानांतर अर्थव्यवस्था खडी की जाना, देश की सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत गंभीर घटना है; इसलिए सरकार को हलाल प्रमाणीकरण व्यवस्था तत्काल बंद कर देनी चाहिए और इसके लिए प्रत्येक सर्वसामान्य हिन्दू नागरिक को इस जनआंदोलन में सम्मिलित होना समय की मांग है । यहां पत्रकारों के लिए आयोजित परिचर्चा में वे ऐसा बोल रहे थे ।
इस परिचर्चा में उपस्थित समाचारपत्रों के पत्रकारों में तरुण भारत के के.जी. गावडे, प्रहार के दाजी नाईक, श्रमिक पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष सुरेश कौलगेकर, पुढारी के अजय गडेकर, लोकमत के प्रथमेश गुरव, सामना के विनायक वारंग; साथ ही साप्ताहिक किरात की संपादक श्रीमती सीमा मराठे, कोंकण संवाद की पत्रकार आराधना कोंडूरकर, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. संदेश गावडे एवं गोपाळ जुवलेकर आदि उपस्थित थे । इस परिचर्चा में पत्रकारों ने उत्स्फूर्त सहभाग लिया ।
परिचर्चा में श्री. मनोज खाडये ने बताया कि,
१. विश्व के ५७ इस्लामी देशों के ऑर्गनाइजेशन फॉर इस्लामिक को-ऑपरेशन संगठन ने इस्लामी बैंक को आर्थिक दृष्टि से सक्षम बनाने हेतु भारत में आर्थिक प्रतिबंधोें पर आधारित हलाल प्रमाणपत्र व्यवस्था चलाई है । यह यदि ऐसा ही चलता रहा, तो यह भारत का इस्लामीकरण की ओर अग्रसर होना है, ऐसा कहा जाए, तो वह अनुचित नहीं है ।
२. हलाल प्रमाणपत्र के लिए पहले ५० सहस्र रुपए और उसके उपरांत उसका नवीनीकरण करने के लिए प्रतिवर्ष अलग से शुल्क वसूला जा रहा है । अतः इससे खडी रह रही समानांतर अर्थव्यवस्था को तोड डालना अति आवश्यक है ।
३. इसके कारण आज कोई भी वस्तु खरीदते समय ग्राहकों को प्राप्त अधिकारों का उपयोग कर हलाल प्रमाणित उत्पादों का बहिष्कार करना आवश्यक है । ऐसी छोटी-छोटी बातों से बडी मात्रा में जनजागरण होकर हम हलाल अर्थव्यवस्था को रोक सकते हैं ।
पत्रकारों से आवाहन
श्री. मनोज खाडये ने जब पत्रकारों से यह आवाहन करते हुए कहा कि पत्रकार के नाते और हिन्दू होने के नाते आप इस विषय को समाज में सर्वत्र फैलाएं, तब उपस्थित पत्रकारों ने उसका सकारात्मक प्रत्युत्तर किया ।