गाेवंश हत्या प्रतिबंध कानून होते हुए भी धर्मांधों के हौसले कैसे बुलंद रहते है ? गोहत्या को रोकने के लिए दोषियों को कडी से कडी सजा देनी चाहिए, ताकि आगे इस तरह का कृत्य करने का साहस न कर पाएं ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
गौ-रक्षक ने अपनी जान खतरे में डालकर गायों से भरा टेम्पो सूरत में पकडा। ड्राइवर भागने की कोशिश कर रहा था, इसी बीच टेम्पो जहांगीरपुरा, इस्काॅन सर्किल के पास पलट गया। हादसे में दो गाएं घायल हाे गईं। मौके पर पहुंची पुलिस ने टेम्पो में लादे गए 11 गोवंशों को छुडाकर गौशाला में भेज दिया। भरूच से 11 पशुओं को टेम्पो में लादकर भाठेना के कत्लखाने में लाया जा रहा था।
गौ-रक्षक ने बताया कि भरूच के हांसोट से एक पीकअप टेम्पो में 11 पशुओं काे लादकर सूरत के कत्लखाने में ले जाने की खुफिया जानकारी मिली थी। गो-रकक्षकों ने टेम्पो पीछा किया। सूरत के गो-रक्षकों से मदद मांगी। इसके बाद सूरत के गो-रक्षक भी टेम्पो का पीछा करने लगे। ड्राइवर भागने के चक्कर में इस्कॉन सर्किल के पास टेम्पो लेकर पलट गया।
ड्राइवर भी केबिन में फंस गया। दो गाएं घायल हाे गई। टेम्पो में 5 गायें, 2 बछड़े, 2 बैल समेत 11 पशु थे। महिला गो-रक्षक नेहा पटेल ने जहांगीरपुरा थाने में शिकायत की। पुलिस ने मोहम्मद शहीद उर्फ लाला अब्दुल हकीम शेख और नईम सलीम शेख को गिरफ्तार किया। दोनों कसाई भरूच के हासोट से पीकअप में 11 पशुओं को लादकर भाठेना ला रहे थे।
स्त्रोत : भास्कर