अंबाजोगाई (जनपद बीड) के कीर्तनकारों और प्रवचनकारों का निश्चय
अंबाजोगाई : हिन्दू जनजागृति समिति के पश्चिम महाराष्ट्र, कोंकण, गोवा और गुजरात राज्य समन्वयक श्री. मनोज खाडये ने ऐसा प्रतिपादित किया कि हलाल जिहाद भारत के सामने उत्पन्न वैश्विक संकट है । धर्मांधों ने तलवार के बल पर हिन्दुओं का बलपूर्वक धर्मांतरण किया । अब विविध जिहादों के माध्यम से हिन्दुओं का धर्मांतरण किया जा रहा है । ब्रिटेन के विश्वविद्यालय में ‘ संस्कृत’ विषय अनिवार्य बनाया गया है । स्कॉटलैंड में कोरोना काल में मंत्रपाठ कर कोरोना रोगियों का उपचार किया गया, जिसका रोगियों ने अच्छा प्रत्युत्तर भी किया । ऐसा होते हुए भी भारत में हिन्दुओं को धर्मशिक्षा लेने से वंचित किया जा रहा है । १० दिसंबर को यहां के ह.भ.प. गरजाळे गुरुजी के आवास पर श्री संत सावता महाराज भजन मंडल की ओर से आयोजित बैठक में वे ऐसा बोल रहे थे ।
इस बैठक में वारकरी संप्रदाय का २५ प्रवचनकार और कीर्तनकार उपस्थित थे । ह.भ.प. अच्युत महाराज जोशी ने बैठक की अध्यक्षता की, तो ह.भ.प. नागनाथ गरजाळे गुरुजी ने प्रस्तावना की । ह.भ.प. अंबादास चिक्षे गुरुजी ने आभार प्रकट किया ।
इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. राजन बुणगे, श्री. विक्रम घोडके, श्रीमती सुनीता पंचाक्षरी और सनातन संस्था के श्री. हिरालाल तिवारी भी उपस्थित थे । श्री. मनोज खाडये ने आगे कहा कि आजकल देश में आतंकियों पर ७०० से भी अधिक अभियोग चल रहे हैं । उसके लिए हलाल प्रमाणपत्र देनेवाले संगठन इन अभियोगों का खर्च देख रहे हैं । ये संगठन शाहीनबाग जैसे आंदोलनों के लिए भी धन की आपूर्ति कर रहे हैं । इसलिए सरकार को हलाल प्रमाणपत्र व्यवस्था पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए ।
विशेष
‘हलाल जिहाद’ विषय सुनने के उपरांत धर्मशिक्षा की आवश्यकता को ध्यान में लेकर उपस्थित लोगों ने इसकी कार्ययोजना बनाने हेतु १५ दिन में एक बार एकत्रित होने का निश्चय किया, साथ ही हलाल प्रमाणपत्र व्यवस्था रद्द की जाए, इसके लिए शासन को ज्ञापन प्रस्तुत करने का निश्चय किया ।