- क्या भारत में कोई भी तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दल या नेता पाकिस्तान में हिन्दुओं और उनके मंदिरों पर हो रहे आक्रमणों के विषय में कुछ क्यों नही बोलते ?
- इस विषय में क्या भारत सरकार कभी सक्रिय होकर ऐसी घटनाओं को रोकने हेतु प्रयास करेगी ? – सम्पादक, हिन्दुजागृति
कराची – पाकिस्तान में हिंदू मंदिर एक बार फिर तोड़फोड़ का मामला सामने आया है। सोमवार को कराची में एक शख्स ने मंदिर में प्रवेश कर मूर्ति को नुकसान पहुंचाया। भारतीय जनता पार्टी के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस घटना की निंदा की है। इससे पहले अक्टूबर में भी इसी तरह की घटना सामने आई थी। उस दौरान अज्ञात चोरों ने सिंध प्रांत में एक मंदिर को अपवित्र किया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कराची के रंछोड़ लाइन इलाके में एक शख्स ने शाम को प्रवेश कर तोड़फोड़ की। इस दौरान उसने जोग माया की मूर्ति को हथौड़े का इस्तेमाल कर नुकसान पहुंचाया। हालांकि, जनता ने आरोपी को पकड़कर स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया था। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि आरोपी के खिलाफ ईशनिंदा से जुडी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
Another Hindu temple desecrated in Ranchore line, Karachi Pakistan
Attackers justified vandalism saying “ये इबादत के लायक नहीं है”
“Temple is unworthy of being a
place of worship”This is state backed terror against minorities of Pakistan @ANI @republic @ZeeNews @thetribunechd pic.twitter.com/GWxOVE96Hy
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) December 21, 2021
भाजपा नेता सिरसा ने इस घटना का आरोप सरकार पर लगाया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘कराची पाकिस्तान में एक और हिंदू मंदिर को अपवित्र किया गया। हमलावरों ने इस तोड़फोड़ को यह कहते हुए सही ठहराया कि ‘ये इबादत के लायक नहीं है।’ यह पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों के खिलाफ सरकार समर्थित आतंकवाद है।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मामले को विश्व स्तर पर उठाने की अपील की है।
अक्टूबर में हुई घटना में अज्ञात चोरों ने सिंध प्रांत स्थित हनुमान देवी माता मंदिर को अपवित्र किया था। वे हजारों रुपये नगद और जेवर लेकर भाग गए थे। एजेंसी के अनुसार, हाल के सालों में पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों की पूजा स्थलों पर हमले बढ गए हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की तरफ से भी पाकिस्तान अपने देश में अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा नहीं करने पर फटकार का सामना कर रहा है।
स्त्रोत : न्यूज १८