राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने एक बार फिर हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर करने का मुद्दा उठाया है। संघ ने अपने एक ट्वीट में हैदराबाद को भाग्यनगर कहा है। भाजपा और संघ इस मांग के लिए काफी समय से प्रयास कर रहे हैं।
जनवरी में होगी संघ और भाजपा की तीन दिवसीय समन्वय बैठक
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से संघ की समन्वय बैठक की जानकारी दी गई। जिसमें सुनील आंबेकर ने लिखा “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंधित समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्र में कार्यरत विविध संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों की समन्वय बैठक अगले माह पांच से सात जनवरी, 2022 को भाग्यनगर (हैदराबाद), तेलंगाना में आयोजित हो रही है।” हालांकि ट्वीट में आरएसएस ने स्पष्ट रूप से शहर का नाम बदलने की मांग नहीं की है, लेकिन हैदराबाद के बजाय ‘भाग्यनगर’ का उपयोग किया है।
The Samanvay Baithak (coordination meeting) of the chief functionaries of various organizations inspired by the RSS working in different areas of social life will be held from 5th to 7th Jan. 2022 at Bhagyanagar, Telangana. – Sunil Ambekarhttps://t.co/tchPgyCo2W
— RSS (@RSSorg) December 21, 2021
जनवरी, 2022 के पहले सप्ताह में संघ और भाजपा की तीन दिवसीय समन्वय बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में संबद्ध संगठनों के कामकाज की समीक्षा और अगले साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी।
हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर करने की माँग कोई नई नहीं है। इससे पहले भी समय-समय पर इसकी माँग उठती रही है। साल 2020 में हैदराबाद के म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हैदराबाद का नाम भाग्यनगर करने की माँग की थी। 29 नवंबर 2020 को हैदराबाद के मलकजगिरी क्षेत्र में भाषण देते हुए उन्होंने कहा था, “कुछ लोग मुझसे पूछ रहे थे कि क्या हैदराबाद का नाम बदल कर भाग्यनगर किया जा सकता है? मैंने कहा क्यों नहीं? मैंने उनसे कहा कि उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करने के बाद जब हमने फैजाबाद का नाम अयोध्या किया और इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किया तो भाग्यनगर के रूप में हैदराबाद का नाम क्यों नहीं बदला जा सकता है?”
स्त्रोत : अमर उजाला