भारत में भी अनेक मदरसे एवं मस्जिदों में जिहादी गतिविधियां तथा कट्टरता की शिक्षा का प्रसार किया जा रहा है, इस संदर्भ में भारत ने भी इस तरह का कदम उठाना चाहिए ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
फ्रांस के गृह मंत्री ने वहां के एक मस्जिद को 6 महीने के लिए बंद रखने का ऐलान किया है। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहां की सरकार का कहना है कि इमाम द्वारा कट्टरपंथी मजहबी भाषण को रोकने के लिए ऐसा किया जा रहा है। ये मामला फ्रांस की राजधानी पेरिस से 100 किलोमीटर की दूरी पर उत्तर में स्थित बिउवेस शहर का है, जिसकी जनसंख्या 50,000 के करीब है। सरकार ने कहा कि वहां के मस्जिद का इमाम जिस प्रकार का भाषण दे रहा है, वो अस्वीकार्य है।
"Today I initiated the closure of the Beauvais mosque, [due to its] unacceptable incitement against Christians, homosexuals, Jews,” French Interior Minister Gerald Darmanin said, noting that the decision was part of a wider campaign against “separatism." https://t.co/OYj8vDq1lo
— Algemeiner (@Algemeiner) December 14, 2021
इमाम पर आरोप है कि वो अपने भाषणों में लगातार ईसाइयों और यहूदियों को निशान बनाता है। साथ ही वो समलैंगिक समुदाय के खिलाफ भी लोगों को भडकाता है। फ्रांस के जिस ओसे (Oise) क्षेत्र में ये शहर स्थित है, वहां के प्रशासन ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि उक्त मस्जिद द्वारा जिस तरह से हिंसा और घृणा को बढ़ावा देने के साथ-साथ ‘जिहाद’ का बचाव करने वाले मजहबी भाषण दिए जा रहे हैं, उस कारण उसे बंद करने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
जिस तरह से वहां इस्लामी कट्टरता बढ़ रही है और शिक्षक सैमुअल पैटी की पैगम्बर मोहम्मद के अपमान के आरोप में गला रेत कर हत्या कर दी गई, उसके बाद से लगातार फ्रांस की सरकार इस्लामी कट्टरवाद को लेकर सख्त है। अक्टूबर 2020 की इस घटना के बाद जब फ्रांस ने कार्रवाई शुरू की, तभी से वो अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों और इस्लामी मुल्कों की आलोचना का शिकार बना हुआ है। फ्रांस में भी मुस्लिम समुदाय सड़कों पर उतर कर समय-समय पर विरोध प्रदर्शन करता रहा है।
स्रोत : Opindia