‘जो हिन्दू हित की बात करेगा, वही देशपर राज करेगा !’ – आमदार मंगलप्रभात लोढा की विधानसभा में घोषणा
रजा अकादमी पर प्रतिबंध का मामला एक बार फिर विधानसभा में सुनाई दिया। शुक्रवार को भाजपा के विधायक मंगल प्रभात लोढा ने सदन में सरकार से पूछा कि जो लोग सनातन संस्था पर प्रतिबंध की बात करते हैं, वे लोग रजा अकादमी के रवैये पर चुप क्यों हैं ? बंगाल (त्रिपुरा) में कोई घटना होती है, देश में कहीं कुछ नहीं होता किंतु यहां महाराष्ट्र में मोर्चे (जुलूस) निकाले जाता है और जुलूस निकालने वाले लोग रजा अकादमी के हैं, जमात के लोग हैं। उन पर सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का हिंदू आज खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है।
जो हिन्दू हित की बात करेगा, वही देश पर राज करेगा!
मुंबई में संस्कृति पर हो रहे हमलों की आवाज विधानसभा में उठाई। #WinterSession #Maharashtra #assembly @narendramodi @JPNadda @AmitShah @Dev_Fadnavis @CTRavi_BJP @blsanthosh @shivprakashbjp https://t.co/TdBtxWfiqt
— Mangal Prabhat Lodha (@MPLodha) December 24, 2021
विधानसभा में लोढा ने कहा कि जिस सनातन संस्था पर प्रतिबंध लगाने की बात की जा रही है, यदि गूगल पर उसे सर्च किया जाए, तो आरती का चित्र दिखाई देता है, जबकि रजा अकादमी को सर्च करने पर शहीद स्तंभ पर लात मारने की तस्वीर दिखती है। उस रजा अकादमी को संरक्षण देने का काम कौन कर रहा है ? उन्होंने कहा कि 1992 के बम विस्फोट में लगभग 250 निर्दोष लोग मारे गए। अदालत ने जब दोषियों को सजा सुनाई, तो फैसले पर खुश होने की बजाय दोषियों के पक्ष में राष्ट्रपति को पत्र लिखने वाले लोग आज इस सदन में मौजूद हैं। उस पत्र में 12 लोगों ने हस्ताक्षर किए थे। पहले उन्हें सदन से बाहर निकालिए, उसके बाद सनातन संस्था पर प्रतिबंध की बात करिए। सनातन संस्था पर प्रतिबंध की मांग करना ही दुर्देवी है ।
लोढा ने कहा कि, कोरोना काल में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों के विसर्जन पर नियम-कानून लादे जाते हैं, लेकिन नमाज के नाम पर हर शुक्रवार पूरी सड़क को रोक कर वहां नमाज अदा की जाती है। उस पर कोई प्रतिबंध नहीं है। लोढा ने कहा कि, संस्कृति बचेगी, तो देश बचेगा, देश बचेगा तो आप और हम बचेंगे। जो कश्मीर में हुआ, जो बंगाल में हुआ, वो महाराष्ट्र में नहीं होना चाहिए।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स