हिन्दू जनजागृति समिति समर्थित ‘लव जिहाद’ ग्रंथ पढकर युवति का मतपरिवर्तन !
- हिन्दू स्त्रियां और युवतियां लव जिहाद की शिकार न हो; इसलिए उससे पहले ही उन्हें हिन्दू जनजागृति समिति समर्थित लव जिहाद ग्रंथ पढने के लिए दीजिए !
- हिन्दुओं के अस्तित्व पर संकट बने लव जिहाद के षड्यंत्र से दो-दो हाथ करने हेतु हिन्दुओं को धर्मशिक्षा देने के साथ ही राष्ट्रव्यापी लव जिहादविरोधी कानून बनना आवश्यक है । इसके लिए सर्वत्र के हिन्दुओं को वैधानिक पद्धति से आवाज उठानी होगी !
ठाणे : हिन्दुत्वनिष्ठों ने ठाणे जनपद में रहनेवाली एक राष्ट्रीय स्तर की खिलाडी युवति को लव जिहाद के चंगुल से छुडाया है । इस युवति को छुडानेवाले हिन्दुत्वनिष्ठों ने बताया कि हिन्दू जनजागृति समिति समर्थित लव जिहाद नाम के ग्रंथ में लव जिहाद से छूटने हेतु उल्लेखित कृत्य और विविध उपाय करने के उपरांत पीडित युवति का मतपरिवर्तन हुआ है ।
१. ठाणे जनपद में रहनेवाली यह युवती पुणे जनपद में रहनेवाले धर्मांध द्वारा दिए गए लालच के कारण उसकी ओर आकर्षित होकर लव जिहाद की शिकार बन गई थी । ११ दिसंबर को यहां के हिन्दुत्वनिष्ठों को इसकी जानकारी मिली । उन्होंने जब युवती के परिजनों से संपर्क किया, तब वह युवती उसके महत्त्वपूर्ण कागदपत्र और प्रमाणपत्र लेकर पुणे में रहनेवाले इस धर्मांध के पास गई है, यह ज्ञात हुआ । युवति की मां ने बताया कि जब यह लडकी घर से जा रही थी, तब उस धर्मांध ने हमें २ साडियां देकर ‘आप भी हमारे निकाह में आईए’, ऐसा कहा ।
२. इस युवति को इस जाल से छुडाने हेतु हिन्दुत्वनिष्ठों ने युवति के मां के माध्यम से उससे संपर्क किया । उसके पिता का स्वास्थ्य बिगड गया है, ऐसा बताकर उसे घर बुला लिया गया । तब वह युवती उस धर्मांध लडके के साथ आ गई । तब उसकी मां ने उसके पिता को रक्त की उल्टियां होने के कारण उन्हें चिकित्सालय में भर्ती करने की बात बताई । इस समय धर्मांध उसके २ सहयोगियों के साथ उस घर पर दृष्टि बनाए हुआ था । उसके उपरांत हिन्दुत्वनिष्ठ उस युवति को चिकित्सालय में ले जाने की बात कहकर उस युवति को सुरक्षित स्थान पर ले गए ।
३. उस युवति को लव जिहाद ग्रंथ पढने के लिए दिया गया, साथ ही उसे सामाजिक माध्यमों पर लव जिहाद के विषय में उपलब्ध जानकारी और वीडियो दिखाए गए । उसके उपरांत उसका मतपरिवर्तन हुआ ।
४. युवती ने बताया कि २० दिसंबर को निकाह की तैयारी पूरी होने से लडके की मां उसे घर नहीं भेज नहीं रही थी । उसके केवल उसके पिता का चेहरा देखकर आने के लिए कहा । (धर्मांधों की हिन्दूद्वेषी मनोवृत्ति जान लीजिए ! – संपादक)
५. इस समय युवति की मां को भी आध्यात्मिक उपाय करने के लिए कहा गया । धर्मांध लडके ने उस युवति और उसकी मां को जो साडियां और अन्य वस्तुएं भेंट की थीं, उन्हें जलाकर नष्ट करने के उपरांत उन दोनों में परिवर्तन आता हुआ दिखाई दिया । (धर्मांध निर्जिव वस्तुओं के माध्यम से भी हिन्दुओं का किस प्रकार वशीकरण करते हैं, यह इस उदाहरण से ध्यान में आता है ! – संपादक)
६. अब यह युवती अपने माता-पिता के घर लौट गई है । धर्मांध द्वारा प्रविष्ट विवाह पंजीकरण आवेदन रद्द करने हेतु, साथ ही युवति के शैक्षणिक एवं अन्य प्रमाणपत्र और चलितभाष संच उसे वापस मिलें; इसके लिए ये हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ता उसकी आगे की कानूनी सहायता कर रहे हैं । (लव जिहाद के चंगुल में फंसी लडकी को उससे छुडाने के लिए अंततक दृढतापूर्वक प्रयास करनेवाले हिन्दुत्वनिष्ठों का अभिनंदन ! उस युवति की सभी सामग्री उसे वापस मिलनेतक यह लडाई जारी रखकर उसे न्याय दिला दीजिए ! – संपादक)