- हिंदू धर्म का सर्वनाश करनेपर तुली हुई द्रमुक सरकार !
- हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं के साथ खेलनेवाले सरकार के इस निर्णय का संगठित विरोध करें ! – संपादक, हिन्दुजागृति
चेन्नई – तमिलनाडू राज्य का सत्ताधारी द्रमुक ( द्रर्विड मुनेत्र कळघम् अर्थात् द्रविड प्रगति संघ ) सरकार के धर्मादाय विभाग ने शहर मे मछली बजार प्रकल्प को अनुमती दी है। यह मछली बझार मंदिर के निकट निर्माण किया जानेवाला है तथा उसके लिए ३ मंदिरों से कर्जा लिया जाएगा।
सरकार द्वारा विधानसभा मे मछली बझार निर्माण करनेका ऐलान करने के पश्चात धर्मादाय विभाग ने उसे प्रशासकीय अनुमती दी। धर्मादाय विभागने इस संदर्भ मे प्रस्तुत किए दस्तावेज समाज माध्यमों पर प्रसारित हो चुके हैं। उसके अनुसार चेन्नई स्थित पूराना मछली बझार तोडकर ‘ आदि मोट्टाई ’ मंदिर के निकट नया मछली बझार निर्माण करनेकी अनुमति दी गयी है। इस हेतु १ कोटी ५० लाख रुपये व्यय होंगे और यह पैसा सुब्रहमण्यम स्वामी मंदिर, देवी करुमारी अम्मन मंदिर, कामाक्षी अम्मन तथा वैकंठ पेरुमल इन मंदिरों से कर्ज के तौरपर लिया जाएगा।
கோயில் பணத்தில் மீன் சந்தை கட்டுவதுதான் அறநிலையத்துறையின் வேலையா? #HRCE pic.twitter.com/xF2BxVdxIw
— n_shekar ?? (@n_shekar_IND) December 28, 2021
हिंदुत्वनिष्ठ संगठन तथा भाजपा ने विरोध किया
विविध हिंदुत्वनिष्ठ संगठन तथा भाजपा ने मंदिर के निकट मछली बझारके निर्माण का विरोध किया है। इस माध्यम से मंदिर का पावित्ऱ्य भंग होगा तथा धर्मादाय विभाग ने मंदिर के निकट मछली बझार का निर्माण करनेकी अनुमती देकर हिंदुओं की धर्मभावना का अवमान ही किया है, ऐसा हिंदुत्व निे्ष्ठों ने कहा है। द्रमुक सरकार की हिंदूद्वेषी मानसिकता देखकर इस मछली बझार हेतु मंदिरों से लिया कर्जा ( धन ) क्या सरकार वापिस करेगी ?’ इस विषय मे हिंदुत्वनिष्ठों ने शंका उपस्थित की है।
स्रोत : हिन्दू पाेस्ट