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ट्रक मस्जिद के पास रोककर इकट्ठा हुई भीड ने किया आक्रमण
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गोारक्षक आशीष बारीक के सिर पर वार कर किया गंभीर घायल
महाराष्ट्र में कसाईयों के हौसले बुलंद है, यही इससे ध्यान में आता है !
ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए महाराष्ट्र में गोहत्या प्रतिबंध कानून कठोरता से लागू करना चाहिए ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
चुनाभट्टी के कसाईवाडी में 70 से अधिक धर्मांधों लोगों की भीड ने दो गोरक्षक और पुलिसकर्मियों पर आक्रमण किया, जब वे अवैध बीफ ले जा रहे एक ट्रक पर छापा मारने गए थे। पशु कल्याण अधिकारी आशीष कमलाकर बारीक को इस हमले में गंभीर चोटें आईं, जबकि उनके प्रतीक ननावरे की पीठ पर लाठियों से प्रहार किया गया। साथ में आए दो पुलिस कर्मियों को धक्का-मुक्की भी की गई, लेकिन हमलावरों ने उन्हें चोट नहीं पहुंचाई। हमले के बाद बारीक को सायन अस्पताल ले जाया गया, जबकि ननावरे भीड के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने चुनाभाट्टी थाने गए ।
#BREAKING | Two #animal #activists were beaten up by mob of about 50 persons in #Mumbai #Chunabhatti when they tried to prevent a truck taking animals illegally for slaughter | Ashish Barik & Pratik have been admitted to hospital.#AnimalAbuse #crimenews #crime@Manekagandhibjp pic.twitter.com/27Akr1KVAL
— Mumbai Tez News (@mumbaitez) January 16, 2022
ननावरे ने बताया कि “हमें पूर्व सूचना मिली थी कि, एक ट्रक (MH03-CV7665) कसाईवाडी की ओर जा रहा था, जिसमें अवैध बीफ था। इसलिए, रविवार की सुबह लगभग 6 बजे हमने मुंबई पुलिस हेल्पलाइन को फोन किया ताकि छापेमारी और गोमांस को जब्त करने में सहायता प्राप्त हो। दो पुलिस अधिकारी अपने आधिकारिक वाहन में हमारे साथ थे। जैसे ही गोमांस से लदी गाडी बडा मस्जिद के पास कसाईवाड़ी पहुंची, 40 से अधिक लोगों की गुस्साई भीड ने उन पर लाठियों और डंडों से हमला कर दिया।
उन्हाेंने आगे कहा, ‘आशिष बारीक को भीड ने विशेष रूप से लक्ष्य किया था, जिसके कारण उनके सिर से खून बह रहा था। मुझे पीठ पर मारा गया।’
करुणा परिवार ट्रस्ट एनजीओ के वरिष्ठ पशु कार्यकर्ता भाविन गथानी ने कहा कि, “यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है क्योंकि ध्यान फाउंडेशन के दो कार्यकर्ताओं पर पुलिस के सामने हमला किया गया था, जो वाहन में थे। मुंबई पुलिस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि, जहां भीड द्वारा हिंसा आसानी से हो सकती है ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों में छापेमारी करते हुए वे एक बडी सेना भेजें। मैंने खुद बीफ विक्रेताओं के खिलाफ 700 से अधिक छापे मारे हैं, और इसलिए मुझे पता है कि ऐसे समय में व्यक्तिगत सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण है।”
शहर के कार्यकर्ताओं ने इस आक्रमण पर दुख व्यक्त किया है और गोहत्या प्रतिबंध कानून कठोरता से लागू करने तथा दोषियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई करने का आग्रह किया है। फिलहाल आगे की पुलिस जांच जारी है और कथित तौर पर इस मामले में पांच लोगों को पहले ही हिरासत में लिया जा चुका है।
स्रोत : इंडिया ग्राउंड रिपार्ट