विदेशी छात्र ने भी लिया प्रवेश
केंद्र सरकार ने देश के प्रत्येक विश्वविद्यालय में, साथ ही प्राथमिक पाठशालाओं से हिन्दुओं को धर्म विषयक शिक्षा देने के लिए तत्परता से प्रयास करने चाहिए, ऐसा हिन्दुओं को लगता है ! – संपादक
वाराणसी (उत्तरप्रदेश) – बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में एम.ए. के लिए ‘हिन्दू पाठ्यक्रम’ यह नया पाठ्यक्रम चालू किया गया है । देश में इस प्रकार का पहला पदव्युत्तर पाठ्यक्रम है । बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. विजय कुमार शुक्ला ने इस पाठ्यक्रम का उद्घाटन किया । इस पाठ्यक्रम को ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति, २०२०’ के अनुसार तैयार किया गया है । कला विभाग के अंतर्गत यह पाठ्यक्रम आएगा । दर्शनशास्त्र और धर्म विभाग, संस्कृत विभाग और प्राचीन भारतीय इतिहास, साथ ही संस्कृति और पुरातत्व विभाग के सहयोग से यह पाठ्यक्रम बनाया गया है ।
M.A. in #HinduStudies gets underway with first batch of 45 students in the ongoing academic session. The course will be conducted at Bharat Adhyayan Kendra in collaboration with 3 departments of @DeanArtsBHU, #BanarasHinduUniversity. @VCofficeBHU @MinOfCultureGoI @EduMinOfIndia pic.twitter.com/1PJtIo2qvB
— BHU Official (@bhupro) January 18, 2022
कुलपति डॉ. विजय कुमार शुक्ला ने कहा कि, यह पाठ्यक्रम विश्व में हिन्दू धर्म के अज्ञात पहलुओं की जानकारी और शिक्षा देने वाला है । इसके पहले बैच में ४५ विद्यार्थी सहभागी होने वाले हैं । इसमें कुछ विदेशी विद्यार्थी भी हैं ।
पहले बैच में 45 छात्र हुए हैं शामिल
एक वरिष्ठ रेक्टर प्रोफेसर वी के शुक्ला ने कहा कि पाठ्यक्रम दुनिया को हिंदू धर्म के कई अज्ञात पहलुओं से अवगत कराएगा और इसकी शिक्षाओं को अधिक लोगों तक ले जाने में मदद करेगा । पहले बैच में एक विदेशी समेत कुल 45 छात्र शामिल हुए हैं । शताब्दी अध्यक्ष प्रोफेसर राकेश उपाध्याय ने कहा कि पाठ्यक्रम ‘सनातन’ जीवन मूल्यों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है ।
स्रोत : टीवी ९