भागलपुर – विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद्म श्री डॉ. आरएन सिंह ने कहा कि, धर्मांतरण रोकने के लिए व्यापक कानून बनें। इसको लेकर विहिंप लगातार आवाज उठा रही है। विहिंप धर्मांतरण के मामले में राष्ट्रीय कानून बनाने की मांग कर रही है।
विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भागलपुर के आनंदराम ढांढनियां सरस्वती विद्या मंदिर में संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि, गरीब व अशिक्षित लोगों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण किया जा रहा है। अनुसूचित जनजाति के लोगों का धर्मांतरण किया जा रहा है। इनका धर्मांतरण होने के बाद भी अनुसूचित जनजाति का लाभ मिलता है। जिनका धर्मांतरण हो गया है, उन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए। इन्हें मिलने वाली सुविधाओं को बंद किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विहिप धर्मांतरण रोकने के लिए लगातार जागरुकता अभियान चला रही है। गरीब, अशिक्षित लोगों को जागरूक कर रही है। उन्होंने कहा कि मठ-मंदिरों को होने वाली आय को सरकार मदरसा व चर्च पर खर्च कर रही है। मठ-मंदिरों पर सरकार का आधिपत्य है। मठ-मंदिरों की आय को सरकार ले रही है। इससे मठ-मंदिरों की स्थिति बिगड़ती जा रही है। देखभाल नहीं हो पा रहा है। मठ-मंदिरों की आय को स्थानीय स्तर पर खर्च किया जाए। समिति बनाकर आय का उपयोग किया जाए। धर्मशाला, भोजनालय की व्यवस्था हो। इससे समाज को लाभ पहुंचेगा।
उन्होंने कहा कि, देश में मुस्लिम तुष्टीकरण का खेल चल रहा है। मठ-मंदिरों का मामला न्यायालय में जाता है, जबकि वक्फ बोर्ड का मामला वक्फ बोर्ड में जाता है। इससे संबंधित मामलों की सुनवाई न्यायालय में नहीं होती है। इससे कई हिंदुओं की संपत्ति वक्फ बोर्ड में चली गई है। उन्होंने कहा कि विहिप गौ हत्या के मामले में लगातार आंदेालन चला रही है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। अब विहिप अन्य समस्याओं के समाधान को लेकर कार्य कर रही है। मौके पर विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे भी मौजूद थे।
स्रोत : जागरण