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महाराष्ट्र प्रदेश माहेश्वरी महासभा की ओर से ऑनलाइन पद्धति से विचारगोष्ठी कार्यक्रम संपन्न !
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महाराष्ट्र से ३०० से भी अधिक व्यापारी जुडे !
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हलाल प्रमाणपत्र व्यवस्था बंद हो; इसके लिए क्रियाशील होने का व्यक्त किया गया निश्चय !
नागपुर : विदेशों में हलाल औद्योगिक घटक, मॉजमा मॉल, हलाल पर्यटन, हलाल जीवनशैली जैसी विविध पद्धतियों से हलाल प्रमाणिथ अर्थव्यवस्था विकसित करने का काम जोरो पर है । हलाल प्रमाणपत्र के माध्यम से व्यापार और देश की अर्थव्यवस्था में हस्तक्षेप कर देश में समानांतर अर्थव्यवस्था खडी करना एक वैश्विक षड्यंत्र है । उस माध्यम से भविष्य में भारत के उद्यमियों और व्यापारियों के लिए संकट उत्पन्न हो रहा है, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने किया । महाराष्ट्र माहेश्वरी महासभा की ओर से १६ जनवरी को आयोजित ऑनलाइन विचारगोष्ठी मं ‘हलाल प्रमाणपत्र व्यवस्था से भारतीय अर्थव्यवस्था को संकट और हिन्दुओं की भूमिका’ विषय पर उद्बोधन करते हुए वे ऐसा बोल रहे थे । इस अवसर पर श्री. रमेश शिंदे ने हलाल क्या है ?, हलाल प्रमाणपत्र व्यवस्था क्या है ?, उसके भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या दुष्परिणाम हो रहे हैं ?, शाकाहारी खाद्यपदार्थाेंसहित सौंदर्यप्रसाधनों, औषधियों, चिकित्सालयों, गृहसंस्थाओं जैसे किन-किन स्तरों पर यह व्यवस्था कार्यरत है आदि सूत्रों के विषय में विस्तार से मार्गदर्शन किया ।
इस समय हलाल प्रमाणपत्र के कारण उत्पन्न होनेवाले संकटों की जानकारी मिलने के कारण माहेश्वरी समुदाय के व्यापारियों, धर्मप्रेमियों और हिन्दुत्वनिष्ठों ने सतर्क होकर यह हलाल प्रमाणपत्र व्यवस्था बंद हो; इसके लिए क्रियाशील होने का निश्चय किया । इस ऑनलाइन विचारगोष्ठी में महाराष्ट्र के ३०० से भी अधिक व्यापारी और उद्यमी जुडे थे । हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्य के संगठक श्री. सुनील घनवट ने इस विचारगोष्ठी का उद्देश्य स्पष्ट किया ।