‘जैन इंटरनैशनल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन’ के जलगांव विभाग की ओर से ‘हलाल प्रमाणपत्र’ विषय पर ऑनलाइन पद्धति से जागृतिपर कार्यक्रम का आयोजन !
जलगांव : ‘हलाल प्रमाणपत्र’ अब केवल मांसाहारी पदार्थतक सीमित नहीं रह गया है, अपितु प्रत्येक क्षेत्र में उसका प्रवेश हुआ है । आजकल इसका चलन हलाल सौंदर्यप्रसाधनों से लेकर हलाल तुलसी अर्क, हलाल टाऊनशिप से लेकर हलाल टूरिजमतक पहुंच गया है । ‘हलाल’ के माध्यम से इस्लामी संगठन आर्थिकदृष्टि से बहुत संपन्न होते जा रहे हैं । अतः अब हिन्दुओं को ‘हलाल अब केवल एक प्रमाणपत्र है’, इस भ्रम में न रहकर वह एक आर्थिक जिहाद है और उसे रोकने के लिए व्यापक स्तर पर हिन्दुओं का उद्बोधन होना और उसके विरुद्ध संगठित आंदोलन खडश रहना आवश्यक है, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने किया । जैन व्यावसायियों का अंतरराष्ट्रीय संगठन ‘जैन इंटरनैशनल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन’ (जितो) के जलगांव विभाग ने ‘हलाल प्रमाणपत्र : व्यावसायियों के लिए भयानक संकट और एक समानांतर अर्थव्यवस्था खडी करने का षड्यंत्र’ विषय पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम में वे ऐसा बोल रहे थे । हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट ने भी इस कार्यक्रम को संबोधित किया ।
‘जितो’ के जलगांव विभाग के अध्यक्ष श्री. अजय लालवाणी, साथ ही सचिव श्री. दर्शन टाटिया ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए प्रधानता ली । जलगांव के कई जैन व्यावसायियों ने इस कार्यक्रम का लाभ उठाया । इस समय श्री. शिंदे ने हलाल प्रमाणपत्र व्यवस्था को रोकने हेतु अब व्यापक जनजागरण की और उसके साथ ही संगठितरूप से सरकार से इस हलाल प्रमाणपत्र व्यवस्था को सीमापार लगाने की मांग करने की आवश्यकता है तथा इसमें जैन समुदाय बहुमूल्य योगदान दे सकता है, यह मत व्यक्त किया ।
विविध प्रकार के जिहाद को आर्थिक बल देने का कार्य हलाल प्रमाणपत्र के माध्यम से चल रहा है ! – सुनील घनवट, महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्य संगठक, हिन्दू जनजागृति समिति
आज के समय में भारत में विविध प्रकार के जिहाद चलाकर उस माध्यम से हिन्दू समाज और देश को बडी मात्रा में हानि पहुंचाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है । इन जिहादों को आर्थिक बल देने का कार्य हलाल प्रमाणपत्र के माध्यम से किया जा रहा है; इसलिए हिन्दू समाज को समय रहते ही इस विषय की ओर गंभीरता से देखना चाहिए ।