बुरहानपुर – भारतीय जनता पार्टी ने बुरहानपुर का नाम बदलकर प्राचीन ब्रह्मपुर किए जाने की मांग उठाई है। इसे लेकर बुरहानपुर आए भाजपा के प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी को भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे ने एक पत्र सौंपा। साथ ही कहा मप्र सरकार को बुरहानपुर के इतिहास से अवगत कराकर शहर का नाम परिवर्तित कर ब्रह्मपुर कराया जाए। पौराणिक इतिहास में बुरहानपुर का नाम ब्रह्मपुर ही था जो बाद में बदल दिया गया था।
पत्र में भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे ने कहा आजादी के बाद तत्कालीन कांग्रेस सरकारों की तुष्टीकरण की नीति के चलते अनेक शहरों के नाम मुगल शासकों के नाम पर रखे गए, जबकि इन नगरों के प्राचीन नाम धार्मिक पुराणों में उल्लेखित है। कांग्रेस सरकारों का यह कृत्य भारत की सनातन संस्कृति व सभ्यता पर एक आघात है। 8 साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रवादी सरकार की स्थापना के बाद भारतीय संस्कृति के पुनरूत्थान व महापुरूषों के योगदान को दृष्टिगत रखते हुए अनेक शहरों के नाम परिवर्तित किए गए। जिससे की प्राचीन भारत के गौरवशाली इतिहास को पुर्नस्थापित किया जा सके। देश की नई पीढ़ी उन महापुरूषों के योगदान से परिचित हो सके। इसी संदर्भ में मां ताप्ती के किनार स्थित प्राचीन व ऐतिहासिक नगर बुरहानपुर के नाम परिवर्तन का प्रस्ताव दिया जा रहा है।
ब्रह्मपुर का धार्मिक इतिहास अत्यंत प्राचीन
भाजपा जिलाध्यक्ष लधवे ने कहा दक्षिण का द्वार कहे जाने वाले ब्रह्मपुर का धार्मिक इतिहास अत्यंत प्राचीन है। भगवान राम अपने वनवास गमन के दौरान यहां निवास कर चुके हैं। प्राचीन ग्रंथों व ताप्ती पुराण में भी इस नगर का नाम ब्रह्मपुर के रूप में उल्लेखित है। इस बात के पर्याप्त प्रमाण हैं कि पूर्व में इस नगर का नाम ब्रह्मपुर के रूप में ही प्रचलित था। उक्त जानकारी भाजपा जिला मीडिया प्रभारी निलेश जूनागढ़े ने दी।
स्रोत : पत्रिका