दूतावास ने जारी की एडवाइजरी
नई दिल्ली – रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए कीव स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों को यूक्रेन छोडने की सलाह दी है। मंगलवार को दूतावास ने इस संबंध में एडवाइजरी जारी की। इसमें भारतीय नागरिकों और खासतौर से छात्रों को अस्थायी रूप से यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा गया है। यूक्रेन में फिलहाल करीब 20 हज़ार से अधिक भारतीय हैं ।खास बात है कि इससे पहले भी अमेरिका समेत कई देश यूक्रेन से अपने राजनयिकों को देश छोडने के लिए कह चुके हैं।
दूतावास की तरफ से जारी एडवाइजरी में कहा गया है, ‘यूक्रेन में मौजूदा स्थिति की अनिश्चितताओं को देखते हुए यूक्रेन में रह रहे भारतीय नागरिक, खासतौर से छात्र जिनका रुकना जरूरी नहीं है, वे अस्थायी रूप से निकलने पर विचार कर सकते हैं। भारतीय नागरिकों को यूक्रेन और यूक्रेन के अंदर गैर जरूरी यात्रा से बचने की सलाह भी दी जाती है।’
ADVISORY FOR INDIAN NATIONALS IN UKRAINE.@MEAIndia @DrSJaishankar @PIB_India @DDNewslive @IndiainUkraine @IndianDiplomacy @OIA_MEA pic.twitter.com/LZezMhB8pF
— India in Ukraine (@IndiainUkraine) February 15, 2022
आगे कहा गया है, ‘भारतीय नागरिकों से अनुरोध किया जाता है कि वे यूक्रेन में अपनी मौजूदगी के बारे में दूतावास को अवगत कराएं, ताकि जरूरत पडने पर उन तक पहुंचा जा सके। यूक्रेन में भारतीयों को सेवाएं देने के लिए सामान्य रूप से काम करेगी।’
ऑस्ट्रेलिया ने भी राजनयिकों को दिए आदेश
मॉस्को और कीव के बीच जारी तनाव के चलते ऑस्ट्रेलिया भी यूक्रेन में दूतावास को खाली कर रहा है। ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मैरिस पेन ने रविवार को घोषणा कि थी कि कीव में पूरे स्टाफ को जगह छोड़ने के लिए कहा गया है। पेन ने बताया था कि दूतावास में काम बंद कर दिया गया है और इसे पश्चिमी यूक्रेन स्थित सीव के अस्थायी कार्यालय में भेजा गया है। साथ ही उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के नागरिकों को भी तत्काल यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी है।
रूस ने यूक्रेन मुद्दे पर पश्चिम से और बातचीत का संकेत दिया
यूक्रेन को लेकर चल रहे तनाव के बीच रूस के शीर्ष राजनयिक ने सोमवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को रूसी सुरक्षा मांगों पर पश्चिम के साथ बातचीत जारी रखने का सुझाव दिया। इसे संकेत माना जा रहा है कि क्रेमलिन का इरादा यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की आशंका को लेकर अमेरिकी चेतावनी के बीच राजनयिक प्रयासों को जारी रखने का है।
स्रोत : न्यूज १८