- भारत के अंतर्गत मामलों में ऐसे संगठन हस्तक्षेप न करें, ऐसा भारत को कडे शब्दों में बताना चाहिए !
- भारत के धर्मांधों की ओर से प्रतिदिन हो रहे अत्याचार क्या इस संगठन को कभी नहीं दिखते ? कश्मीर में हिन्दुओं का वंशसंहार किया गया, तब ये संगठन कहां थे ? इस विषय में वे क्यों नहीं बोलते ? – सम्पादक, हिन्दुजागृति
रियाद (सौदी अरेबिया) – भारत में चल रहे हिजाब विवाद में अब इस्लामिक देशों का संगठन ओआईसी (इस्लामिक सहयोग संगठन) भी कूद पडा है। इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) ने हिजाब विवाद, धर्म संसद और कथित मुस्लिम महिलाओं को ऑनलाइन निशाना बनाए जाने की खबरों को लेकर टिप्पणी की है। इस्लामी देशों के संगठन ने ‘भारत के मुसलमानों को, महिलाओं को संरक्षण दें’, ऐसी मांग ओ.आई.सी. के प्रमुख सचिव हुसेन इब्राहिम ताहिर ने संयुक्त राष्ट्र से की । इस मामले में आवश्यक कदम उठाने का आवाहन उन्होंने संयुक्त राष्ट्र को किया ।
The General Secretariat of the Organization of Islamic Cooperation (#OIC) expresses deep concern over recent public calls for #genocide of #Muslims by the ‘#Hindutva’ proponents in #Haridwar in the State of #Uttarakhand… pic.twitter.com/9Qh7VVe9dl
— OIC (@OIC_OCI) February 14, 2022
ताहिर ने ट्वीटकर हरिद्वार, उत्तराखंड के ‘हिन्दुत्व’ समर्थकों की ओर से किए गये मुसलमानों का नरसंहार, सामाजिक माध्यमों से मुसलमान महिलाओं की होने वाली प्रताडना और कर्नाटक की मुसलमान छात्राओं के हिजाब पहनने पर लगाया प्रतिबंध, इन विषयों पर तीव्र चिंता व्यक्त की है ।
इससे पहले पाकिस्तान और अमरीका भी हिजाब विवाद पर टिप्पणी कर चुके हैं। ट्वीट में कहा गया कि ओआईसी के महासचिव ने इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय समुदाय, खासकर संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार परिषद से जरूरी कदम उठाने का आह्वान किया है। ओआईसी एक बार फिर भारत से आग्रह करता है कि मुस्लिम समुदाय के जीने के अधिकार की रक्षा करते हुए इसके सदस्यों के हितों की रक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करे।
स्रोत : दिव्य हिमाचल