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झारखंड : हजारीबाग में हनुमान मूर्ति खंडित करने के आरोप में शफी अहमद गिरफ्तार, धारा-144 लागू

हजारीबाग का बरही थाना क्षेत्र पिछले कई दिनों से खबरों में है। इसी थाना क्षेत्र में रुपेश पांडेय की 6 फरवरी 2022 को हत्या कर दी गई थी। इसी इलाके में 12 फरवरी को एक मंदिर में पत्थर मारकर हनुमान मूर्ति तोड दी गई। इस मामले में पुलिस ने शफी अहमद नाम के एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक शफी ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। पुलिस ने कहा कि, उसने एक मस्जिद में धार्मिक झंडे जलाए जाने से खफा होकर यह अपराध किया।

आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया

एसपी ने कहा कि इस घटना के कारण बरही अनुमंडल में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत लगाए गए निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए जीटी रोड के राष्ट्रीय राजमार्ग -2 पर विरोध-प्रदर्शन हुआ। उन्होंने बताया कि आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

पुलिस ने कहा कि छह फरवरी (रविवार) को सरस्वती प्रतिमा के विसर्जन जुलूस दौरान हजारीबाग जिले के बरही लखना दुलमहा में दो समुदाय से जुड़े युवकों के बीच झड़प हुईं थी, जिसमें जिहादियों ने युवक रूपेश पांडेय (17) की पिटाई की थी । बाद में उसकी मौत हो गई थी। जिसके बाद से क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव है।

रूपेश पांडेय की मौत के बारे में बताते हुए एसपी चौठे ने कहा कि ‘मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उसे सिर पर जोर से मारा गया था और उसकी गर्दन, पेट और तिल्ली (स्पलीन) पर चोट के निशान थे। हालांकि, उन्होंने कहा कि हत्या व्यक्तिगत दुश्मनी के कारण हुई थी और यह मॉब लिंचिंग का मामला नहीं था।

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने झारखंड सरकार और हजारीबाग जिला प्रशासन को नोटिस जारी कर नाबालिग लड़के की मौत की घटना का ब्योरा मांगा है। इस बीच, भाजपा की राज्य इकाई ने गुरुवार को किशोर की हत्या के खिलाफ कई जगहों पर विरोध-प्रदर्शन किया और दोषियों को मौत की सजा देने की मांग की।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने आरोप लगाया कि “झारखंड सरकार तुष्टीकरण की राजनीति में विश्वास करती है, यहां तक कि लिंचिंग के मामलों में भी।” उन्होंने कहा, “राज्य में कोई भी सुरक्षित नहीं है। कोई कानून-व्यवस्था नहीं है।”

स्रोत : अमर उजाला

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