श्रीराम सेना और हिंदू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से मुलाकात कर की मांग !
बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा की हत्या के दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर हिंदू संगठनों की ओर से मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के साथ बैठक की गई। उस समय श्रीराम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. प्रमोद मुतालिक, बेंगलुरू के अध्यक्ष श्री. चंद्रशेखर, हिन्दू जनजागृति समिति के प्रदेश प्रवक्ता श्री. मोहन गौड़ा समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे। कट्टरपंथियों ने हर्ष के अंतिम संस्कार पर पथराव किया, इस ओर मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया ।
Hindu Janajagruti Samiti & Sri Rama Sena Met @CMofKarnataka @BSBommai demanded to arrest of culprits in HARSHA Murder case, ban @PFIkarnataka who involved in murdering Hindu activists & also demanded to provide Rs25 lakhs financial assistance to Harsha Family#HinduLivesMatters pic.twitter.com/tSxliMZDi8
— ?Mohan gowda?? (@Mohan_HJS) February 21, 2022
1. इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए श्री. मुतालिक ने कहा कि, तलवारों और कुल्हाडियों के साथ दंगों को अंजाम देने के लिए यह तालिबान नहीं है, यहां संविधान का राज है। कर्नाटक में हिंदू कार्यकर्ताओं की यह 25वीं हत्या है। एक महीने के भीतर इस मामले को सालों तक चलाए बिना दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।
2. श्री. मोहन गौड़ा ने कहा कि, हिजाब मामले के बाद से हिंदू कार्यकर्ताओं को जान से मारने की धमकी देने वाले फोन आ रहे थे । आज हिजाब का मामला न्यायालय में होने के बावजूद भी बड़े-बड़े संगठन कानून के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं । हिजाब को लेकर कांग्रेस नेता मुकर्रम खान भडकाऊ बयान दे रहे हैं । उन्हें न्यायालय पर भरोसा नहीं है। ऐसे लोगों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
बयान में की गई मांगें
1. सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया, कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए और उनके नेताओं को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
2. मृतक हर्षा के परिवार को 25 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए।
3. हिंदू कार्यकर्ताओं और हिंदू नेताओं को उचित सुरक्षा दी जानी चाहिए।
स्रोत : दैनिक सनातन प्रभात