राजकोट (गुजरात) के धर्मांध अधिवक्ता ने हिन्दुओं को धमकाया
शिवजयंती के दिन छत्रपति शिवाजी महाराज के विषय में आपत्तिजनक पोस्ट का प्रसारण
श्रीगणेश की मूर्ति में तोडफोड
पुलिस ने गिरफ्तार किया
- सामाजिक माध्यमों से हिजाब का विरोध करने पर कर्नाटक में हिन्दुओं के टुकडे-टुकडे करने की धमकी दी जाती है, तो गुजरात में छत्रपति शिवाजी महारज के विरोध में पोस्ट डालकर भी धर्मांधों पर कठोर कार्यवाही नहीं की जाती !
- हिजाब के समर्थन में और जय श्रीराम के नारे के विरोध के रूप में अल्ला हू अकबर (अल्ला महान है) के नारे देनेवाली मुसलमान छात्रा की प्रशंसा करनेवालो इस घटना का विरोध क्यों नहीं करते ? – सम्पादक, हिन्दुजागृति
राजकोट स्थित वकील सोहिल हुसैन मोर के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने, मारपीट करने और एक पुलिसकर्मी को उसके काम में बाधा डालने के आरोप में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है। घटना रविवार की है, जहां उसने शाम को मुंजका के समीप शामप्रसाद मुखर्जी नगर आवास में कथित तौर पर यह कृत्य किया।
सोहिल मोर ने कथित तौर पर आवासीय सोसायटी के व्हाट्सएप ग्रुप पर छत्रपति शिवाजी महाराज पर एक अपमानजनक टिप्पणी पोस्ट की थी। समूह के सदस्यों में से एक, ज्योति सोधा ने इसका विरोध किया और मोर को अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए बुलाया। हालांकि, गुस्साए मोर ने सोढा से कहा, “अब यह देश पाकिस्तान बन गया है और आप सभी को देश छोड देना चाहिए।”
રાજકોટમાં ધાર્મિક લાગણી દૂભાઈ તેવી શિવાજી મહારાજ વિરોધી ટિપ્પણી કરતા વિવાદ સર્જાયો.સોહિલ મોર નામના વ્યકિતએ પોસ્ટ મુકી હતી,શિવાજી મહારાજની જયંતિને લઇ મુકી હતી પોસ્ટ pic.twitter.com/BMBBDvvjNH
— News18Gujarati (@News18Guj) February 22, 2022
News18Gujarat द्वारा साझा की गई एक ऑडियो रिकॉर्डिंग में मोर को एक महिला के साथ बहुत गुस्से में यह कहते हुए सुन सकता है कि, इस तरह के पोस्ट आएंगे। उन्होंने कहा, “यह अब पाकिस्तान बन गया है, यहां सभी मुसलमान हैं, सभी हिंदुओं को छोड देना चाहिए।” जब महिला ने उससे पूछा कि वह ऐसा क्यों कह रहा है, तो उसने फिर गुस्से में कहा, “यही तो है, अब छोडो।”
सोसायटी के निवासियों में से एक प्रत्यक्षदर्शी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘उपरोक्त बयान किसी अशिक्षित व्यक्ति द्वारा नहीं बल्कि पेशे से एक वकील द्वारा दिया गया था। वह हमारे साथ हमेशा सामान्य रहा है, लेकिन पिछले कुछ समय से उसने एक विशिष्ट कट्टरपंथी के शब्दों का उपयोग करना शुरू कर दिया है और अपना रूप भी बदल लिया है। उसने भगवान के फोटो फ्रेम को भी तोडा और भगवान गणेश की मूर्ति को तोडा। साथ ही द्वार पर लगाया तोरण (दरवाजे पर लटका हुआ सजावटी टुकडा) भी तोड दिया। उसने यह भी सुझाव दिया कि उसके कट्टर विचारों के पीछे एक बड़ा रैकेट हो सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, मोर ने अपने व्हाट्सएप डीपी में एक चित्र भी पोस्ट किया था जिसमें लिखा था, ‘मैं हिजाब का समर्थन करता हूं’। रविवार को, कर्नाटक के 26 वर्षीय युवक हर्षा की हत्या कर दी गई थी।
सोधा फिर उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलने गए और उनसे कहा कि, वे भडकाऊ शब्दों का उपयोग न करें। हालांकि, मोर इस पर गुस्सा हो गया और उसे चाकू से मारने की धमकी दी। जल्द ही पुलिस को सूचना दी गई। जब पुलिस कांस्टेबल रावत डांगर ने मामले को सुलझाने की कोशिश की, तो मोर ने कथित तौर पर उसे गालियां दीं और उसके साथ भी मारपीट की।
रविवार की देर रात कांस्टेबल डांगर ने मोर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की और उसे सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
स्रोत : द न्यूज ओशन