दुनिया को जिस बात की आंशका थी, वही हुआ। रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है। पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसकी घोषणा की। बाद में यूक्रेन के एक मंत्री ने हमले की पुष्टि की है। वहीं, पुतिन ने इस पूरे प्रकरण से अमेरिका को दूर रहने की सलाह दी है। ऐसे नहीं करने पर अंजाम भुगतने की भी चेतावनी दी है। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पूरे प्रकरण पर नजर बनाए हुए हैं। एक बयान में उन्होंने कहा कि यूएस और सहयोगी देश मिलकर रूस के खिलाफ और भी प्रतिबंध लगाएंगे।
#WWIII BREAKING NEWS ‼️Moment an explosion at an Ukrainian arms depot sent rockets flying over the town of Kalinovka in Ukraine's Vinnitsa region!
Israel / China / Trump / World War III / Crimea / Ukraine / Putin / Biden / USSR / Kyiv / Iran / Poland #WWIII pic.twitter.com/TnlW9m1sYn— ??⚚Jabali Gains Train??????? (@jabaligainz) February 24, 2022
आइए जानते हैं रूस-यूक्रेन युद्ध की 10 बडी बातें
1. रूस के सैन्य हमले शुरू करने पर, यूक्रेन के राष्ट्रपति ने देश में ‘मार्शल लॉ’ की घोषणा की और नागरिकों से नहीं घबराने का आग्रह किया।
2. रूस की सेना ने कहा है कि उसने यूक्रेन के हवाई अड्डों और अन्य सैन्य संपत्तियों को निशाना बनाया है। आबादी वाले क्षेत्रों को टारगेट नहीं किया है। आपको बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सैन्य अभियान शुरू करने की घोषणा के बीच यूक्रेन के ओडेसा और खारकीव शहर में धमाके की आवाजें सुनाई दीं।
3. संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत सर्गिय किस्लित्सिया ने सुरक्षा परिषद को बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी है। उन्होंने अपने रूसी समकक्ष पर यह कहने के लिए भी दबाव डाला कि रूस यूक्रेन के शहरों पर गोलाबारी और बमबारी नहीं करेगा।
4. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को यूक्रेन में सैन्य अभियान की घोषणा की, साथ ही दावा किया कि इसका मकसद नागरिकों की रक्षा करना है। पुतिन ने टेलीविजन पर एक संबोधन में कहा कि यूक्रेन द्वारा पेश किए जा रहे खतरों के जवाब में यह कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि रूस का लक्ष्य यूक्रेन पर कब्जा करना नहीं है और खून-खराबे के लिए यूक्रेन का शासन जिम्मेदार होगा।
5. पुतिन ने अन्य देशों को आगाह किया कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखे होंगे। उन्होंने अमेरिका और उसके सहयोगियों पर यूक्रेन को उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने से रोकने और मॉस्को को सुरक्षा गारंटी देने की रूस की मांग की अनदेखी करने का भी आरोप लगाया।
6. पुतिन ने यूक्रेन के सैनिकों से हथियार डालने की अपील की है। साथ ही उन्होंने कहा कि हथियार डालने वाले सभी यूक्रेनी सैनिक सुरक्षित रूप से युद्ध क्षेत्र से बाहर निकल पाएंगे।
7. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन में सेना नहीं भेजने और शांति से मसले हल करने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बुधवार देर रात बुलाई गई आपात बैठक में गुतारेस ने कहा कि पूरा दिन इन अफवाहों और आशंकाओं से भरा हुआ रहा कि यूक्रेन के खिलाफ आक्रमण आसन्न है। गुतारेस ने कहा कि इससे पहले उन्होंने उन अफवाहों पर कभी विश्वास नहीं किया कि यूक्रेन पर रूस आक्रमण करेगा और हमेशा आश्वस्त रहे कि कुछ भी भयावह नहीं होगा।
8. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शांति बनाए रखने की अपील की है। देश के नाम संबोधन में जेलेंस्की ने यह भी बताया कि उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन करने की कोशिश की थी, लेकिन क्रेमलिन की ओर से कोई जवाब नहीं मिला। राष्ट्रपति ने बुधवार देर रात अपने संबोधन में रूस के उन दावों को खारिज कर दिया कि उनका देश रूस के लिए खतरा पैदा कर रहा है।
9. उन्होंने कहा कि रूस के आक्रमण से लाखों जिंदगियां प्रभावित होंगी। यूक्रेन में राष्ट्रव्यापी आपातकाल की घोषणा के कुछ घंटे बाद जेलेंस्की ने कहा, ” यूक्रेन के लोग और यूक्रेन की सरकार शांति चाहती है, लेकिन अगर देश पर आक्रमण होता है तो हम भी लडेंगे।”
10. संयुक्त राष्ट्र में रूस के स्थाई प्रतिनिधि वासिली नेबेंजिया ने कहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से घोषित यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में सैन्य अभियान का उद्देश्य यूक्रेनी शासन से वहां के पीड़ितों लोगों को बचाना है। नेबेंजिया ने बुधवार की रात संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में यह बात कही।
स्रोत : लाइव हिन्दुस्थान