हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ऑनलाइन पद्धति से शौर्यजागृति व्याख्यान !
रत्नागिरी : छत्रपति शिवाजी महाराज ने जिस प्रकार से अफलजखान का वध कर आतंवाद समाप्त कर स्वराज्य को अधिक सुरक्षित बनाया, उसी प्रकार से कई क्रांतिकारियों ने अपने प्राणों का बलिदान देकर देश को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्त कर देश को स्वतंत्रता दिलाई । आज संपूर्ण देश में महिलाओं और युवकों की स्थिति अत्यंत दयनीय होती जा रही है । विगत ७४ वर्षाें में शासनकर्ता समाज को सुरक्षितता नहीं दिला पाए हैं । इसके विपरीत आज समाज के सामने भ्रष्टाचार और अत्याचार जैसे कई संकट उत्पन्न किए हैं । आज इस देश का प्रत्येक व्यक्ति असुरक्षितता का अनुभव कर रहा है । इस परिस्थिति को बदलने के लिए और सुरक्षित समाज के निर्माण के लिए हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता है, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति की कु. शिवलीला गुब्याड ने किया । २२ फरवरी २०२२ को रत्नागिरी में सायंकाल ७.३० बजे ऑनलाइन पद्धति से आ योजित शौर्यजागृति व्याख्यान में वे ऐसा बोल रही थीं । इस व्याख्यान का सूत्रसंचालन कु. मुक्ता भारद्वाज ने किया, तो कु. सुवर्णा सपकाळ ने व्याख्यान का उद्देश्य स्पष्ट किया ।
कु. शिवलीला गुब्याड ने आगे कहा कि,
१. छोटी बच्चियों से लेकर ९० वर्ष की वृद्ध महिलाएं बलात्कार की समस्या से पीडित हैं ।
२. सामान्य कारणों से आत्महत्या का मार्ग चुननेवाली युवा पीढी को मानसिक और शारीरिक सक्षमीकरण की आवश्यकता है ।
३. स्वयं को, साथ ही समाज को सुरक्षित रखने हेतु हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित स्वरक्षा प्रशिक्षणवर्ग में सहभागी होना चाहिए ।