नई दिल्ली : मद्रास उच्च न्यायालय ने एक अहम निर्णय दिया है। न्यायालय ने अपने निर्णय में कहा है कि, मंदिरों की पवित्रता बनाए रखने के लिए श्रद्धालुओं से उम्मीद की जाती है कि, वह उचित पोशाक पहनकर ही मंदिर में प्रवेश करें। न्यायालय ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए ये बातें कहीं। दरअसल याचिका में मांग की गई थी कि न्यायालय मंदिरों में ड्रेस कोड लागू करने का निर्देश दे।
क्या है मामला
Devotees Expected To Enter Temples In Proper Dress Code; Temples Having Dress Code May Fix Visible Sign Boards : Madras High Court @Sebin_James_ https://t.co/908gXiWdmV
— Live Law (@LiveLawIndia) March 5, 2022
बता दें कि, रंगराजन नरसिम्हन नामक व्यक्ति ने मद्रास उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल कर मंदिरों में ड्रेस कोड लागू कराने की मांग की थी। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस मुनीश्वर नाथ भंडारी की पीठ ने कहा कि, न्यायालय अपनी राय समाज पर नहीं थोप सकती लेकिन श्रद्धालुओं को समझना चाहिए कि, वह पूजास्थल में परंपरा के अनुसार ही कपड़े पहनें।
न्यायालय ने कहा कि, जिन मंदिरों में ड्रेस कोड लागू है, वो साइन बोर्ड लगाकर इसकी जानकारी दें। बता दें कि याचिका में मांग की गई थी कि पुरुष मंदिर में धोती कुर्ता और महिलाएं साडी या सलवार-कमीज पहनकर ही आएं। साथ ही माथे पर सनातन धर्म के चिन्ह अनिवार्य करने की भी मांग की गई थी।
याचिकाकर्ता ने गैर हिंदुओं को मंदिरों में प्रवेश से रोकने की भी मांग की थी। हालांकि न्यायालय ने इस पर कोई निर्देश नहीं दिया है। उल्लेखनीय है कि मद्रास उच्च न्यायालय की मदुरै बेंच भी पूर्व में ऐसा ही आदेश दे चुकी है। जिसमें मंदिरों में ड्रेस कोड अनिवार्य करने के निर्देश दिए गए थे।
स्रोत : जी न्यूज