गुजरात के वापी में एक मिशनरी विद्यालय को छात्रों और अभिभावकों से क्षमा मांगनी पड गई। दरअसल विद्यालय ने ९वीं के दो छात्रों को कैंपस में ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने के लिए विद्यालय से निकालने की धमकी दी थी। विद्यालय ने छात्र से लिखित में माफी भी मंगवाई थी। इसके बाद विद्यालय में छात्रों के अभिभावक और हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के लोग पहुंच गए और इसका विरोध शुरू किया । इसके बाद विद्यालय प्रशासन ने माफी मांगी।
दरअसल, मिशनर विद्यालय सेंट मैरी में 9वीं में पढने वाले दो छात्रों ने एक-दूसरे का अभिवादन करने के लिए जय श्रीराम का नारा लगाया। विद्यालय प्रशासन ने इसे धार्मिकता और विद्यालय के नियमों के खिलाफ बताते हुए छात्रों को घुटनों के बल बिठा दिया और बाद में दोनों से माफी पत्र भी लिखवा लिया गया। इसके चलते विवाद और बढ गया। बच्चों के अभिभावक हिंदू संगठन के साथ विद्यालय पहुंच गए। गुस्से को देखते हुए विद्यालय ने बाद में माफी मांगी ।
हिंदू संगठन के नेता सुशील यादव का कहना है कि, यह पहली बार नहीं है जब मिशनरी विद्यालय ने बच्चों के साथ इस तरह का बर्ताव किया हो, इसे पहले भी सावन माह या फिर हिंदू त्योहारों के मौके पर बच्चे जब हाथ में कलावा भी बांध कर आते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है।
वहीं, विद्यालय प्रशासन का विरोध करते हुए प्रताडित छात्रों के अभिभावकों और हिंदू संगठनों ने विद्यालय परिसर में ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए। मामला ज्यादा तूल न पकड़ ले इसलिए विद्यालय प्रशासन ने माफी मांग ली। इस मामले से जुड़ा वीडियो भी हिंदू संगठन ने वायरल किया है।
स्रोत : आज तक