हिन्दुत्व की धरोहर को आगे ले जाने हेतु और हिन्दू राष्ट्र स्थापना की मांग करने के लिए हिन्दुओं को धर्म समझ लेना चाहिए ! – अनिकेत अर्धापुरकर, हिन्दू जनजागृति समिति
यवतमाळ : भारत में चल रहा जिहाद अब छत्रपति शिवाजी महाराज के किलोंतक पहुंच गया है । अन्य धर्मियों की हत्या होने पर प्रसारमाध्यमों के सामने आनेवाले मानवाधिकारवाले हिन्दू नेताओं की हत्याएं होने पर चुप रहते हैं । कोरोना काल में लाखों हिन्दुओं का धर्मांतरण हुआ । हिन्दुओं के त्योहारों-उत्सवों के समय हिन्दुओं का बुद्धिभ्रम कर उन्हें धर्माचरण से दूर ले जाया रहा है । इसलिए हिन्दू धर्म पर हो रहे आघात रोकने के लिए भारत हिन्दू राष्ट्र बनना चाहिए । साधना के कारण शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक बल बढता है । हिन्दुत्व की धरोहर को आगे ले जाने हेतु और हिन्दू राष्ट्र स्थापना की मांग करने के लिए हिन्दुओं को अपने धर्म को समझ लेना होगा, ऐसा आवाहन हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. अनिकेत धर्मापुरकर ने किया । १२ मार्च को गंगाकाशी मंगल कार्यालय, लोहारा में संपन्न हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में वे ऐसा बोल रहे थे । इस अवसर पर सनातन संस्था की डॉ. (श्रीमती) भारती हेडाऊ ने मार्गदर्शन किया ।
अनेक जिज्ञासुओं ने इस सभा का लाभ उठाया । इस अवसर पर श्रीरामजन्मोत्सव समिति के श्री. मनोज औदार्य, श्री मुंगसाजी महाराज भजनी मंडल के श्री. शिवाजी पुरी, भ्रष्टाचारविरोधी जनआंदोलन समिति के श्री. विनोद अरेवार, भाजपा पार्षद श्री. भास्कर केळापुरे एवं भाजपा महिला प्रकोष्ठ की शहरप्रमुख श्रीमती उषाताई खटे उपस्थित थीं ।
मंदिर का सरकारीकरण रद्द किया जाना चाहिए ! – डॉ. (श्रीमती) भारती हेडाऊ, सनातन संस्था
पहले के राजा मंदिर को भूमि और धन का दान देकर मंदिरों का जीर्णाेद्धार करते थे; परंतु आज सरकारीकरण किए गए मंदिरों की भूमि हडप की जा रही है । मंदिरों का धन हजयात्रा, चर्च निर्माण और धर्मनिरपेक्षवादी योजनाओं के लिए उपयोग किया जा रहा है । यह देवनिधि की हो रही लूट है । मंदिर हिन्दू धर्म की आधारशिलाएं और प्रेरणास्रोत हैं; इसलिए मंदिर सरकारीकरण रद्द कर मंदिर संस्कृति को बचाया जाए, इसके लिए सरकार से मांग करनी पडेगी ।