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सरकार ने की गौशाला ध्वस्त, विहिप व गौभक्त आहत

वैशाख शुक्ल १०, कलियुग वर्ष ५११५

प्रैस विज्ञप्ति

कार्यवाही की चहुं ओर से तीव्र भर्त्सना, उपराज्यपाल से मिलेंगे गऊ सेवक

नई दिल्ली : पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क में पिछले अनेक वर्षों से चल रही गौशाला आज सरकारी बुल्डोजरों की भेंट चढ गई। विश्व हिन्दू परिषद सहित अनेक हिन्दूवादी व गौ भक्त संगठनों ने इसकी कडी आलोचना करते हुए तीव्र रोष प्रदर्शन किया। विहिप दिल्ली के प्रान्त मन्त्री श्री राम पाल सिंह ने इसे गऊओं पर प्रत्यक्ष हमले की संज्ञा देते हुए कहा है कि भगवान श्री कृष्ण की यमुना के किनारे पर भी अब गऊओं की यह दुर्दशा होगी तो आखिर वे और कहां जाएंगीं। विहिप ने गऊशाला पर सरकारी हमले को घोर निंदा जनक बताते हुए कार्यवाही की तीव्र भर्त्सना की है। साथ ही उसके लिए उचित स्थान आवंटित करने की मांग भी की है।

गौशाला पर सरकारी दमन चक्र की पूरी जानकारी देते हुए विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया कि यमुना खादर स्थित रेल के लोहे के पुराने पुल के पास शास्त्री पार्क में गत अनेक वर्षों से चल रही गौ शाला को तोडने हेतु आज डीडीए का एक दस्ता भारी पुलिस बल के साथ सुबह- सुबह ही पहुंच गया। इस गौशाला में उस समय सैंकडों गऊएं थी। बिना किसी पूर्व सूचना के गौशाला को अचानक तोडने का तुगलकी फ़रमान सुन कर सभी हतप्रभ थे। विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल व राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ सहित सैंकडों गऊभक्तों ने एकत्रित हो कर विरोध प्रदर्शन तो किया किन्तु लेकिन भारी पुलिस बल व सरकारी हठ धर्मिता के आगे एक न चली। गौशाला ट्रष्ट के संयोजक श्री राजेश पाण्डे को पुलिस ने भोर में ही उठा लिया तथा बाद में प्रदर्शनकारी विहिप व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं सहित अनेक गौ भक्तों को भी पुलिस उठा ले गई। विहिप के प्रान्त मंत्री श्री राम पाल सिंह यादव व सह संत संपर्क प्रमुख डा राधा कान्त वत्स सम्बन्धित अधिकारियों को बुल्डोजर चलाने से रोकते रहे किन्तु किसी ने एक न सुनी।

गौशाला में लगभग पचास गऊएं तो अंधी हैं तथा सौ से अधिक बीमार हैं तथा दिल्ली नगर निगम व दिल्ली सरकार द्वारा चलाई जा रही गौ शालाओं की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। पहले ही क्षमता से अधिक गऊएं होने के कारण सरकारी गौशालाओं में उनकी दुर्गती हो रही है। विहिप ने पूछा  है कि तोडी गई गौशाला से ले जाकर वहां सैकडों गौवंस और भर दिए जाने से क्या सरकार इन गऊओं को मारना चाहती है? वस्तुत: जिस दिन से यह गौशाला बनी थी, पास के कसाई बाहुल्य सीलमपुर व जाफ़राबाद क्षेत्र में हो रही गौकशी पर कुछ विराम सा लग गया था जिसके कारण यह गौशाला गौ भक्षकों के आंखों की किरकिरी बनी हुई थी। विहिप का आरोप है कि दुर्भाग्य से आज दिल्ली की सरकार भी उन गौ भक्षकों के साथ हो ली। प्रदर्शनकारियों में श्री उत्तम अग्रवाल, कल्पना जैन, पूनम जैन व पूजा शर्मा सहित सैकडों गौभक्त सामिल थे।

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