बजरंग दल का आरोप है कि, आक्रमण के समय पुलिस निष्क्रिय रही !
क्या ईद, क्रिसमस आदि जैसे अन्य संप्रदायों के त्योहारों के समय उन पर कभी आक्रमण होते हैं ? फिर हिन्दू त्योहारों के समय ही कट्टरपंथी, हिन्दुओं पर आक्रमण क्यों करते हैं ? धर्मनिरपेक्षतावादी इसका उत्तर कब देंगे ? – संपादक, हिन्दूजागृति
बेगूसराय (बिहार) – यहां के राजौरा गांव में होली के दिन, धर्मांध कट्टरपंथियों ने हिन्दुओं पर राइफल और तलवार जैसे घातक हथियारों से आक्रमण किया, जिसमें २० से अधिक हिन्दू घायल हुए । इनमें से कुछ की परिस्थिति गंभीर है । घटना, बच्चों के बीच हुए सामान्य विवाद को लेकर हुई । बजरंग दल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यहां सरस्वती मंदिर के पास रहने वाले हिन्दुओं पर ३०० से अधिक कट्टरपंथियों ने आक्रमण किया । उन्होंने आरोप लगाया कि यह विदित होते हुए कि, “राजौरा गांव धार्मिक रूप से संवेदनशील है”, पुलिस निष्क्रिय रही ।
राजौरा में यदि हिन्दू सुरक्षित नहीं हैं, तो वे कहां जाएंगे ? – केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की संवेदना
इस घटना की जानकारी प्राप्त होने के उपरांत, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राजौरा जाकर चिकित्सालय में उपचार करा रहे घायल हिन्दुओं से पूछताछ की । सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों से पूछा, “बेगूसराय के राजौरा में हिन्दू सुरक्षित नहीं तो वे कहां जाएंगे ? ‘द कश्मीर फाइल्स’ देखने के बाद मैं पूरी रात सो नहीं पाया । पाकिस्तान में हिन्दू मारे गए । उनका जबरन धर्म परिवर्तन किया गया । बांग्लादेश में मंदिरों को तोडा गया । बेगूसराय में बच्चों के बीच वाद विवाद के उपरांत, हिन्दुओं पर तलवार से आक्रमण किया गया । यदि प्रशासन इस प्रकरण में दिखावटी कार्रवाई करता है, तो मुझे कठोर कदम उठाने पडेंगे ।”
स्रोत : न्यूज १८