पाकिस्तान में एक बार फिर हिन्दू लडकी की हत्या कर दी गई है। बताया गया है कि, जिहादियों ने 18 साल की हिन्दू लडकी का पहले अपहरण करने का प्रयास किया लेकिन नाकाम रहने पर बीच सडक में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई। पाकिस्तान में 18 साल की पूजा ओद की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।
सुक्कुर जिले के SP ने बताया कि पूजा की हत्या के मुख्य आरोपी वाहिद बख्श लशारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। लशारी के पास से हथियार भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। SP ने बताया कि आरोपी वाहिद बख्श पूजा से शादी करने के लिए उसका अपहरण करना चाहता था।
PPP's Sindh govt even do not allow the poor #Hindus to protest, as police stop protesting mourners carrying dead body of Pooja at Rohri – who was killed resisting an attemp of abduction for #forcedconversion. #JusticeForPoojaKumari pic.twitter.com/XdoYnR3MvT
— LAL MALHI (@LALMALHI) March 22, 2022
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दुओं का कत्लेआम दशकों से जारी है, हिन्दुओं की बहन-बेटियों का रेप, धर्मपरिवर्तन, हत्या का सिलसिला ना पाकिस्तान में कभी थमा है और ना थमने वाला है। जिन इस्मालिक देशों में हिन्दू हैं वहां उनका जीवन नर्क से बदतर है ।
पूरा मामला जानिए
पूजा के पिता ने इंडिपेंडेंट उर्दू को बताया कि, सिंध में हिंदू लडकियों के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन के कई मामले सामने आए हैं, लेकिन इन मामलों में कहा जाता है कि, हिंदू लडकियों ने अपनी इच्छा से इस्लाम धर्म अपना लिया है। मेरी बेटी ने शादी और धर्म परिवर्तन से इनकार किया, जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई।
पूजा के पिता ने कहा – आरोपी पिछले कई महीनों से मेरी बेटी को परेशान कर रहा था। वह कई बार जबरदस्ती घर में भी घुसा। मैंने सुक्कुर पुलिस से सुरक्षा की भी मांग की लेकिन पुलिस ने सुरक्षा नहीं दी। घटना के बाद परिजनों ने शव को नेशनल हाइवे पर रख विरोध प्रदर्शन भी किया। जिस वजह से हाइवे करीब 2 घंटे तक जाम रहा।
पीपुल्स कमीशन फॉर माइनोरिटी राइट्स और सेंटर फॉर सोशल जस्टिस के अनुसार पूजा को पहले हत्यारों ने बीच राह में किडनैप करने की कोशिश की, और जब वह भागने का प्रयास करने लगी तो बीच बाजार में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार हर साल सिंध में हिन्दुओं और खासकर हिन्दू महिलाओं का अपहरण, धर्म परिवर्तन, बलात्कार और हत्या की घटनाएं सामने आती हैं।
जबरन मजहब बदलकर निकाह करते हैं
इस्लामिक देशों में जितने भी अल्पसंख्यक समुदाय हैं उन्हें इन्ही प्रताडनाओं को सहना पडता है। या धर्म बादलों या फिर मर जाओ। पाकिस्तान के सिंध में मजहब बदलने और उसके बाद शादी करने की घटनाएं सामने आती हैं। पाकिस्तानी सरकार भी इन मसलों में मुस्लिम आरोपियों को शह देती है।
बांग्लादेश में भी यही हाल
हिन्दुओं पर अत्याचार के मामले में बांग्लादेश पाकिस्तान से पीछे नहीं है, होली के दिन ही वहां जिहादियों ने मंदिरों को तोडा है और हिन्दुओं की हत्या की है। दोनों देशों में हिन्दुओं के साथ हो रहे ऐसे बर्ताव को लेकर अब न कोई सेलेब्रिटी पोस्टर लेकर रो रहा है, न कोई नेता न्याय दिलाने की मांग उठा रहा है।
स्रोत : रेवारियासत