दानोळी (जनपद कोल्हापुर) : छत्रपति संभाजी महाराज को जब औरंगजेब ने पकड लिया, तब उसने संभाजी महाराज धर्मपरिवर्तन करें; इसके लिए उनका अनन्वित उत्पीडन किया । उन्होंने ३० दिनोंतक असहनीय उत्पीडन सहन कर भी धर्मपरिवर्तन करना अस्वीकार किया और अंततः उन्होंने हिन्दू धर्म के लिए अपने प्राण त्याग दिए । अतः युवकों को छत्रपति संभाजी महाराज के गुणों को अपनाने का प्रयास कर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना में अपना योगदान देना चाहिए, ऐसा आवाहन हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. आदित्य शास्त्री ने किया ।
दानोळी गांव के धर्मप्रेमी सर्वश्री धनंजय यादव एवं संतोष शिंदे ने धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज के बलिदान मास के उपलक्ष्य में १४ मार्च २०२२ को गांव के लोगों के सामने विषय रखने हेतु समिति के कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया था, उस समय श्री. शास्त्री ऐसा बोल रहे थे ।
इस कार्यक्रम में अनेक जिज्ञासु उपस्थित थे । इस समय उपस्थित जिज्ञासुओं ने यह विषय अच्छा लगने की बात कही और इसके आगे धर्मकार्य करने के लिए प्रति १५ दिन उपरांत एकत्रित आने का निश्चय व्यक्त किया ।