‘औरंगजेब से आगे निकलने की होड में हैं अशोक गहलोत’ – भाजपा का गहलोत सरकार पर आरोप
राजस्थान में एक बार धारा 144 लगाने का मामला गरमा गया है। कोटा के बाद अब बीकानेर में धारा 144 लगाई गई है। इसके तहत अब किसी भी यात्रा, रैली और जुलूस के लिए आयोजकों को संबंधित थानाधिकारी से अनुमति लेनी होगी। जिला मजिस्ट्रेट भगवती प्रसाद ने आदेश जारी कर दिए है। बीकानेर में 2 अप्रैल को आयोजित होने वाली हिंदू धर्म यात्रा औऱ महाआरती से पहले धारा 144 लगाने पर सवाल खड़े हो गए है। हिंदूवादी नेताओं ने गहलोत सरकार के आदेश को यात्रा रोकने का प्रयास बताया है।
बीकानेर में हिन्दू नववर्ष पर होने वाली धर्मयात्रा राजस्थान सरकार को खटक रही है हिंदू संस्कृति के इस धर्मयात्रा के सार्वजनिक कार्यक्रम में राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने खलल डालने के लिए बीकानेर में धारा 144 लागू करने का तुगलकी आदेश का आखिर क्या औचित्य है? पूछता है राजस्थान
— Madho Ram Choudhary (@madhorambjp) March 30, 2022
उल्लेखनीय है कि, पिछले दिनों कोटा जिले में भी धारा 144 लगाई गई थी। जिसको लेकर काफी बवाल मचा था। भाजपा ने द कश्मीर फाइल्स फिल्म को नहीं देखने की कवायद बताया था। हालांकि, मामले के तूल पकड़ने पर जिला प्रशासन को स्पष्टीकरण जारी करना पडा।
कलेक्टर बोले – कानून व्यवस्था के मद्देनजर लगाई धारा
जिला मजिस्ट्रेट भगवती प्रसाद के आदेश के अनुसार, बीकानेर के नगरीय सीमा क्षेत्र के प्रमुख मार्गों, सड़कों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर बिना प्रशासनिक अनुमति के विभिन्न अवसरों पर रैली, जुलूस, प्रदर्शनी इत्यादि का आयोजन करने से यातायात व्यवस्था और कानून एवं व्यवस्था बिगडने की आशंका रहती है। इसके साथ ही जन सुरक्षा और लोक परिशांति भंग होने की भी पूरी संभावना रहती है। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए जन सुरक्षा और लोक परिशांति बनाए रखने की दृष्टि से दंड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा जारी की गई है। यह आदेश आगामी आदेशों तक प्रभावी रहेगा। बीकानेर जिला कलेक्टर के आदेश से हिन्दुओं में रोष की भावना है ।
प्रशासन का यह निर्णय तुगलकी – भाजपा
सालासर धाम में राम दरबार विग्रह पर बुलडोजर चलाने वाली कांग्रेस ने अब बीकानेर में हिन्दू उत्सवों पर अपनी कुदृष्टि डाल वहां धारा 144 लगाई। कुछ दिन पूर्व ऐसा ही निर्णय कोटा में भी लिया गया था। राजस्थान में अलगाववादी PFI तो रैली कर सकती है लेकिन हिन्दू समाज नहीं। pic.twitter.com/SjU2Yj9dSR
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) March 30, 2022
राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, ‘तुष्टिकरण की राजनीति में लिप्त प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार को हिन्दू संस्कृति के सार्वजनिक कार्यक्रमों से आखिर क्या समस्या है ? नव संवत 2079 और चैत्र नवरात्र के प्रारम्भ होने से पहले ही बीकानेर में धारा 144 लगाने का क्या औचित्य ?’ वहीं एक अन्य भाजपा नेता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि, अशोक गहलोत औरंगजेब से आगे निकलने की होड में हैं।
वहीं बीकानेर की महापौर सुशीला कंवर ने कहा कि, सनातन धर्म के पावन पर्व नव संवत्सर पर धर्मनिरपेक्ष और शांत शहर बीकानेर में आयोजित होने वाली धर्मयात्रा पर तुष्टिकरण की राजनीति करते हुए धारा 144 लगाने का तुगलकी फरमान जारी कर कांग्रेस सरकार ने सभी श्रद्धालुओं की भावनाओं पर कुठाराघात किया है। वहीं राजस्थान भाजपा के अधिकृत हैंडल से ट्वीट कर कहा गया, ‘सालासर धाम में राम दरबार विग्रह पर बुलडोजर चलाने वाली कांग्रेस ने अब बीकानेर में हिन्दू उत्सवों पर अपनी कुदृष्टि डाल वहां धारा 144 लगाई। कुछ दिन पूर्व ऐसा ही फैसला कोटा में भी लिया गया था। राजस्थान में अलगाववादी PFI तो रैली कर सकती है लेकिन हिन्दू समाज नहीं।’
स्रोत : लाइव हिन्दुस्थान