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कर्नाटक के समस्त हिन्दू संगठनों के संघ की मांग !
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हिन्दुओं से हलाल मांस का बहिष्कार करने का भी किया आवाहन !
वास्तव में हिन्दुओं को ऐसी मांग करनी ही नहीं पडनी चाहिए । सरकार को स्वयं ही यह प्रबंध करना आवश्यक ! – संपादक
बेंगलुरू (कर्नाटक) : हिन्दू गुढी पडवे के दूसरे दिन आनेवाले होसतोडकू त्योहार के समय हलाल मांस के स्थान पर झटका मांस का उपयोग करें । हलाल मांस के माध्यम से उनके द्वारा पहले ही अल्ला को अर्पण किया गया जूठा मांस पुनः हिन्दुओं के देवताओं को अर्पण करना हिन्दू धर्म के विरुद्ध है । उसके लिए राज्य सरकार हिन्दुओं का धार्मिक अधिकार ध्यान में लेकर राज्य में सर्वत्र झटका मांस का प्रबंध करे, यह मांग कर्नाटक के समस्त हिन्दू संगठनों के संघ ने यहां आयोजित पत्रकार परिषद में यहां आयोजित पत्रकार परिषद में यह मांग की ।
Today "All Hindu Organisations federation" organised press meet in Bengaluru and demanded to Ban on Halal Certificate in Karnataka.@HinduJagrutiOrg, Sri Ramasena, Hindu Jagaran Vedike, Hindu Mahasabha, Sanatan Parishad, etc, organisations leaders were present.@PTI_News @ANI pic.twitter.com/CFxNdpexlh
— ?Mohan gowda?? (@Mohan_HJS) March 31, 2022
हलाल प्रमाणपत्र पर प्रतिबंध लगाया जाए !
इस संघ से यह भी बताय गया कि आज राज्य में हलाल उत्पादों का बहिष्कार करने की सुगबुगाहट सुनाई दे रही है । इस्लामी संगठन हलाल प्रमाणपत्र के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था के लिए समानांतर स्वतंत्र इस्लामी अर्थव्यवस्था खडी करने का षड्यंत्र चला रहे हैं, जो देश की सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत संकटकारी है । देश में आहार उत्पादों को गुणवत्ता प्रमाणपत्र प्रदान करने के लिए एफ्.एस्.एस्.ए. आई. )-(फूट स्टैंडर्ड एंड स्टैंडर्ड एथॉरिटी ऑफ इंडिया – भारतीय सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण) एवं एफ्.डी.ए. (फूड एंड ड्रग्ज एडमिनिस्ट्रेशन – अन्न एवं औषधि प्रशासन) जैसी आधिकारिक संस्थाओं के होते हुए भी पैसे लेकर इस्लामी पद्धति से वैधता का प्रमाणपत्र देना धर्मनिरपेक्षता के विरुद्ध है और यह देश के बहुसंख्यक उद्यमियों और वंशपरंपरा से मांस का व्यापार करनेवाले हिन्दू खटिक समुदाय के साथ किया जा रहा अन्याय है । उनके आर्थिक हित की रक्षा करने के लिए प्रावधित अनुच्छेद ४६ का हनन है । अतः इस हलाल प्रमाणपत्र व्यवस्था पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए ।
इस पत्रकार परिषद में निम्नांकित हिन्दू संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे –
१. श्री. मोहन गौडा, राज्य प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति
२. श्री. मुनी गौडा, संस्थापक, हिन्दवी झटका मीट, बेंगलुरू
३. श्री. गोपालकृष्ण, प्रांत प्रमुख, बेंगलुरू उत्तर क्षेत्र, हिन्दू जागरण वेदिके
४. श्री. रामू, विश्व हिन्दू परिषद, बेंगलुरू
५. श्री. सुरेश जैन, अध्यक्ष, अखिल भारत हिन्दू महासभा
६. श्री. एस्. भास्करन्, अध्यक्ष विश्व सनातन परिषद, बेंगलुरू
७. श्रीमती शुभा बी. नायक, अधिवक्त्री, बेंगलुरू उच्च न्यायालय