गोरखनाथ मंदिर के हमलावर का आतंकी नेटवर्क : कट्टरपंथ का लिया था प्रशिक्षण और सीरिया भेजे थे लाखों रुपये

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नई दिल्ली : गोरखपुर हमले के मामले में सूत्रों से बेहद चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। पता चला है कि, मंदिर पर हमले का आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी पढाई के समय ही सीरिया के प्रति झुकाव लगने लगा था। जी मीडिया को अब तक मिली जानकारी के अनुसार आरोपी अहमद मुर्तजा 5, जनवरी1992 को गोरखपुर के अब्बासी अस्पताल में पैदा हुआ था। दुसरी कक्षा तक लखनऊ के सेंट जॉन वास्को स्कूल और बाकी स्कूली पढाई मुम्बई में सेन्ट्र और डीएवी कालेज में की थी। इसके बाद 2010 में IIT मुम्बई में एडमिशन लिया था और 2015 में वहां से पास हुआ था। 2011-12 में अहमद मुर्तजा को पोर्न देखने की लत लगी।

अनवर अल अलाकी से प्रेरित

मुर्तजा यमन अमेरिकी इमाम अनवर अल अलाकी से प्रेरित था। इस दौरान ही वो इस्लामिक अवेकिंग फोरम पर मुर्तजा कट्टर इस्लाम की बातें सुनता था। उसने इंटरनेशनल सिम के जरिए फेसबूक और टेलीग्राम पर साइट बनाकर ये कट्टर इस्लामियों के संपर्क में रहा। मुर्तजा इस दौरान लगातार ISIS लड़ाकों और उनके आकाओं के वीडियो देखता रहा।

सीरिया पैसे भी भेजता था

मुर्तजा पढ़ाई के दौरान ही सीरिया पैसा भेजता था। इसके अलावा बीते साल यानी 20-21 में भी नेपाली खातों के जरिए 6 से 8 लाख रुपये सीरिया भेज चुका था। 2013 में मुर्तुजा का पासपोर्ट बना था और 2015 में अपने पिता के साथ सऊदी उमरा करने गया। पढ़ाई के दौरान ही उसे आतंकियों के खिलाफ बातें सुनना रास नहीं आता था। मुम्बई के नवी मुम्बई के ताज हाइट्स में इसका फ्लैट था।

मुर्तजा शातिर दिमागी है

इस बीच मुर्तजा को विचार आने लगे कि वो जन्नत में है और खुदा उससे नाराज है। 2019 के जून माह में उसकी शादी उत्तरप्रदेश में जौनपुर में हुई और 2020 में फोन के जरिए उसने बीवी को तलाक दे दिया। 2020 के शुरुआती महीने में ही वो हाईटेक कंप्यूटर कोडिंग सीख रहा था तभी सीरिया के कुछ कट्टरपंथियों के संपर्क में आया कई लाख रुपए फिर दे दिए। इनके संपर्क में आने के बाद से उसे लगने लगा था की उसके कौम के लोगों पर जुल्म हो रहा है। बीते कई दिनों से अत्यधिक समय वह लैपटॉप और मोबाइल पर बिताता था। उसके पास से नेपाल की कुछ रुपए या नोट भी मिले हैं। मुर्तजा पूछताछ में समय लगा रहा है। अहमद मुर्तजा शातिर दिमागी है और इसीलिए उससे पूछताछ में अधिकारियों के भी पसीने छूट रहे हैं।

स्रोत : दैनिक भास्कर


५ अप्रैल

गोरखनाथ मंदिर हमला : जिहादी मुर्तजा का ISIS से संबंध का संदेह, मोबाइल से मिले ‘जिहादी’ वीडियो

लखनऊ : गोरखनाथ मंदिर में हुए हमले को लेकर एक बडा खुलासा हुआ है। मंदिर पर हुए इस हमले से पहले खुफिया एजेंसियों ने इस साजिश का पता लगा लिया था। उन्होंने राज्य पुलिस के साथ बैठक में 16 नाम भी बताए थे, जिन पर उन्हें संदेह था। इस सूची में मुर्तजा अब्बासी भी एक नाम था। मुर्तजा के लिंक आतंकी संगठन ISIS से जुडे बताए जा रहे हैं। न्यायालय, ने उसे अभी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 31 मार्च 2022 को खुफिया एजेंसियों ने उप्र पुलिस के साथ 16 साजिशकर्ताओं के नाम साझा किए थे, जिनका इरादा गोरखनाथ मंदिर को निशाना बनाना था। इस संबंध में खुफिया एजेंसी के अधिकारियों और राज्य पुलिस अधिकारियों की बैठक भी हुई। 16 नामों में एक नाम अहमद मुर्तजा अब्बासी का भी था। रविवार की शाम इस मुर्तजा ने दो PAC जवानों पर हमला किया और धारदार हथियार से उन्हें जख्मी कर दिया। उसने अल्लाह-हू-अकबर बोलते हुए मंदिर में घुसने का भी प्रयास किया। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों द्वारा उसे पकड़ लिया गया। राज्य गृह विभाग ने प्राप्त सबूतों के आधार पर इसे आतंकी हमला करार दिया है।

रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि ये अब्बासी ISIS के संपर्क में था और उन्हें भारत से पैसे भेजता था। ऑनलाइन, अपनी इन्हीं हरकतों के चलते वह डिजिटल रडार पर आ गया था। किन्तु 3 अप्रैल को हुए हमले ने स्पष्ट कर दिया कि वो वाकई कोई बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में था। पत्रकार प्रमोद कुमार सिंह ने ट्विटर पर बताया है कि अब्बासी ने गोरखनाथ मंदिर के गेट नंबर 3 को चुना था, जिसका उपयोग योगी आदित्यनाथ आने-जाने के लिए करते हैं।

वहीं, उसकी ऑनलाइन एक्टिविटीज से ये बात पता चली है कि वो यूट्यूब पर जिहाद से संबंधित वीडियो देखता था और अक्सर जिहादी साइटें सर्च करता था। उसकी सर्च हिस्ट्री में कई जिहादी विचारधारा वाले मजहबी उलेमाओं के वीडियो सर्च के प्रमाण भी मिले हैं। इसके साथ ही वह लोन वोल्फ के वीडियोज भी देखता था। उसके लैपटॉप-मोबाइल की जांच में भी कुछ ISIS से संबंधित वीडियो और उनका साहित्य बरामद हुआ है। इन सबके अलावा मुर्तजा अब्बासी के मोबाइल से कई फतवे और गोरखनाथ मंदिर का नक्शा बरामद हुआ है। मुर्तजा अकेले हमला करने के तरीके नेट पर खोजता था। उसकी योजना थी कि वह छोटे हथियार से लोगों की जान लेकर दहशत फैलाए। अभी इस मामले ATS और STF की टीमें जांच कर रही हैं और अब्बासी पुलिस की गिरफ्त में है।

स्रोत : न्यूज ट्रैक लाइव


5 अप्रैल 2022

जिहादी द्वारा ‘अल्लाह-हु-अकबर’ चिल्लाते हुए हथियार से दो पुलिसकर्मियों पर आक्रमण, गोरखनाथ मंदिर में घुसने का प्रयास

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के के गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में एक जिहाद युवक द्वारा सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया गया । हमलावर ने हमला करते समय अल्लाह-हु-अकबर के नारे भी लगाए । आरोपित के पास से बरामद पैन कार्ड में मुर्तजा अब्बासी नाम लिखा हुआ है। इस हमले में उत्तर प्रदेश PAC के 2 जवान जख्मी हुए हैं। हालांकि, पुलिस ने किसी बड़े नुकसान से पहले ही हमलावर को हिरासत में ले लिया है। आतंकी हमले की आशंका के कारण, अब ATS इस मामले की जांच कर रही है। घटना रविवार (3 अप्रैल 2022) की है। इस हमले का वीडियो भी वायरल हुआ है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमलावर मंदिर में घुसने की कोशिश कर रहा था। गेट पर तैनात PAC के 2 जवानों को उस पर संदेह हुआ, तो उसे रोका गया। रोके जाने पर आरोपित ने दोनों जवानों पर अपने साथ पहले से लाए गए बांके (धारदार हथियार) से वार कर दिया। फिर वो मुख्य द्वार पर अल्लाह-हू-अकबर चिल्लाते हुए आया। जहां कॉन्सटेबल अनुराग राजपूत और AIU अधिकारी ने उसे रोक लिया। खबर है कि अब्बासी अकेला नहीं था, उसके साथ एक और युवक था, किंतु वो फरार हो गया और अब्बासी को पकड लिया गया।

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि, हमलावर ने अलीगढ में पढ़ाई की है। इसके बाद उसने मुंबई में केमिकल इंजीनियरिंग से बी। टेक की डिग्री ली है। हमलावर के पास से एक इंडिगो फ्लाइट का टिकट भी मिला है। उसके सीधे मुंबई से गोरखपुर आने का संदेह जताया जा रहा है। वह गोरखपुर का ही निवासी बताया जा रहा है। उसके पास से एक लैपटॉप भी मिला है, जिसकी पुलिस जांच कर रही है। उधर, इस हमले के बाद स्थानीय लोगों ने आरोपित मुर्तजा की धुनाई कर दी ।

पुलिस ने ही भीड से बचा कर अस्पताल में एडमिट करवाया। मुर्तजा और दोनों घायल PAC जवानों का उपचार चल रहा है। ATS और अन्य अधिकारी इस आरोपित से मंदिर में घुसने के कारण और साथ में बांका लाने की वजह जानने में लगे हुए हैं। बता दें कि, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसी मठ के महंत हैं, जिसे नाथ सम्प्रदाय की सर्वोच्च पीठ कहा जाता है।

स्रोत : न्यूज ट्रैक लाइव

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