अलीगढ : अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय में एक प्रोफेसर ने हिंदू देवी-देवताओं के चरित्र पर प्रश्न उठाने से कडी निंदा की जा रही है विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया। पूरे मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है। वहीं, इस मामले ने तूल पकडा तो आरोपी प्रोफेसर ने बिना शर्त माफी मांग ली। विश्वविद्यालय प्रशासन और फैकल्टी ऑफ वैद्यकीय विभाग ने इस मामले की कड़े शब्दों में निंदा की है।
मामला अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के फॉरेंसिक वैद्यकीय विभाग का है। विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र कुमार 5 अप्रैल की रात 8 बजे सेक्सुअल ऑफेंस विषय पर लेक्चर दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने रेप के पौराणिक संदर्भों पर एक स्लाइड शो पेश किया। इसमें उन्होंने हिंदू देवी-देवताओं पर टिप्पणी की। उन्होंने भगवान ब्रह्मा की अपनी पुत्री के साथ संबंधों की बात कही। इसके अलावा इंद्र और भगवान विष्णु के चरित्र पर सवाल उठाए। भगवान इंद्र के ऋषि गौतम को धोखा देने और उनकी पत्नी से संबंध बनाने, तुलसी विवाह आदि का जिक्र किया। राजा जलंधर की पत्नी से भगवान विष्णु के संबंधों को जोडा । इन संदर्भों को उन्होंने रेप से जोडकर पेश किया तो छात्रों ने उसी दौरान विरोध शुरू कर दिया।
Aligarh Muslim University has a zero-tolerance policy. AMU Admin & medicine faculty strongly condemned the content of a slide on the mythical reference of rape by Asst Prof Dr Jitendra Kumar; 24hr time has been given to him to reply to our show-cause notice: PRO-AMU Omar Peerzada pic.twitter.com/XklC1LO1cG
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 6, 2022
विश्वविद्यालय प्रशासन से की गई शिकायत
डॉ. जितेंद्र कुमार के स्लाइड शो की शिकायत एएमयू के छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से की। पहले इस संबंध में फैकल्टी ऑफ वैद्यकीय के डीन प्रो. राकेश भार्गव को जानकारी दी गई। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने पूरे मामले पर कार्रवाई की है। प्रो. राकेश भार्गव की अनुशंसा पर दो सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया है। यह कमेटी डॉ. जितेंद्र कुमार पर लगे तमाम आरोपों की तहकीकात करेगी। अपनी रिपोर्ट विश्वविद्यालय प्रशासन को सौंपेगी। इसमें वह आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा करेगी।
स्रोत : नवभारत टाइम्स