कोलकाता : हिन्दू जनजागृति समिति के पूर्व एवं पूर्वाेत्तर भारत राज्य संगठक श्री. शंभू गवारे (आध्यात्मिक स्तर ६३ प्रतिशत) ने बंगाल और झारखंड राज्यों में हिन्दू राष्ट्र-जागृति संपर्क अभियान के अंतर्गत हिन्दुत्वनिष्ठों से भेंट की, साथ ही हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की बैठकों में सम्मिलित होकर धर्मजागृति की ।
१. शास्त्र धर्मप्रचार सभा के उपसचिव पू. डॉ. शिवनारायण सेनजी से भेंट
श्री. शंभू गवारे ने शास्त्र धर्मप्रचार सभा के उपसचिव एवं अंग्रेजी साप्ताहिक ‘ट्रूथ’ के संपादक पू. शिवनाराण सेनजी और उपसंपादक डॉ. कौशिकचंद्र मल्लिक से भेंट की । इस समय इन दोनों को अखिल भारतीय राष्ट्रीय हिन्दू अधिवेशन का निमंत्रण दिया गया । अधिवेशन के आयोजन का समाचार सुनकर वे दोनों बहुत आनंदित हुए ।
२. अंतरराष्ट्रीय वेदांत सोसाइटी के सत्संग में हिन्दू जनजागृति समिति और परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के विषय में जानकारी दी जाना
श्री. शंभू गवारे ने अंतरराष्ट्रीय वेदांत सोसाईटी के अध्यक्ष स्वामी निर्गुणानंद से भेंट कर उन्हें समिति के कार्य के विषय में अवगत कराया गया । स्वामीजी के आश्रम में प्रतिदिन सत्संग का आयोजन किया जाता है । स्वामीजी ने इस सत्संग में समिति एवं समिति के प्रेरणास्रोत परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के विषय में जानकारी देने के लिए कहा । उसके अनुसार श्री. गवारे ने उपस्थित जिज्ञासुओं को यह जानकारी दी । उस पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने समिति का कार्य सुनकर अच्छा लगने की बात कही । इस समय अनेक श्रद्धालुओं ने परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी द्वारा संकलित बंगाली भाषा के ग्रंथ खरीदे ।
३. त्रिपुरा तथा मेघालय राज्यों के पूर्व राज्यपाल तथागत राय से की गई भेंट !
श्री. शंभू गवारे ने त्रिपुरा एवं मेघालय राज्यों के पूर्व राज्यपाल श्री. तथागत रॉय से भेंट की । श्री. राय ने समिति का कार्य जान लेकर प्रशंसा की । समिति द्वारा बंगाली भाषा में प्रकाशित ‘लव जिहाद’ ग्रंथ का अवलोकन कर उन्होंने आज के समय उसकी आवश्यकता प्रतिपादित की । इस समय समिति के श्री. विकास सिंह उपस्थित थे ।
४. क्रिया योग आश्रम, गंगासागर के प्रमुख स्वामी सूर्यगिरी से की गई भेंट
श्री. शंभू गवारे ने ‘क्रिया योग आश्रम, गंगासागर के प्रमुख स्वामी सूर्यगिरी महाराज से भेंट की । इस समय स्वामीजी समिति के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहने लगे, ‘‘आपका कार्य बहुत अच्छा है । आप हमें आगे का मार्गदर्शन कीजिए । आप हमारे आश्रम में अवश्य आइए ।’’ परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के विषय में सुनकर स्वामीजी बहुत आनंदित हुए । श्री. गवारे को अलिंगन देते हुए वे कहने लगे, ‘‘संन्यास लेने के उपरांत मैं पहली बार ही किसी से इतने आनंद के साथ बातचीत कर रहा हूं ।’’
५. ‘प्रेम मंदिर रिश्दा’ के स्वामी निर्गुणानंद से की गई भेंट !
श्री. शंभू गवारे ने बंगाल के प्रेम मंदिर रिश्दा के स्वामी निर्गुणानंद से भेंट की । तब स्वामीजी ने कहा, ‘‘मैं मेरे गुरुदेव के साथ परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी से मिल चुका हूं । उन्होंने पनवेल के सनातन के आश्रम में हमारा इतना उत्साहपूर्ण स्वागत किया, उसका आज भी हमें स्मरण है । आप कभी भी हमारे आश्रम में रहने के लिए आ सकते हैं ।’’
६. विविध धर्मप्रेमियों से सद्भावना भेंट कर आज के समय हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा किए जा रहे कार्य की जानकारी देना
हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री. तपन घोष, सामाजिक संगठन ‘आत्मदीप’ के संस्थापक अधिवक्ता प्रसून मैत्र, भारतीय साधक समाज के संस्थापक श्री. अनिर्बान नियोगी, ‘श्रीकृष्ण सेना’ के संस्थापक श्री. विजय यादव, ‘तरुण हिन्दू, धनबाद’ के संस्थापक डॉ. नील माधव दास एवं श्री. उज्ज्वल बनर्जी, स्वदेशी जागरण मंच के डॉ. पारस ठाकूर, दैनिक भास्कर एवं दैनिक ‘विश्वमित्र’ के पत्रकार श्री. शैलेश झा, ‘पोलिट लाइव’ के संपादक श्री. विद्युत शर्मा, हिन्दुत्वनिष्ठ अधिवक्ता श्री. राजेश चौबे, ‘त्रिकूट बांग्ला’ पत्रिका के श्री. सागर बाग, मिदनापुर के धर्मप्रेमी सर्वश्री टूटन, अपूर्व दासगुप्ता और सौमेंद्र चक्रवर्ती से भी सद्भावना भेंट की गई । इन सभी को समिति द्वारा किए जा रहे कार्य की जानकारी दी गई ।