आर्थिक जिहाद के माध्यम से हिन्दू व्यावसायियों को मिटाने के लिए चलाए जा रहे षड्यंत्र को रोकने के लिए समय रहते ही तैयार रहिए ! – मनोज खाडये
देवगढ : हिन्दू व्यावसायियों को उनके उद्योगों में प्रतिस्पर्धा खडी की जा रही है, साथ ही व्यवसायों में एकाधिकार स्थापित किया जा रहा है । इसी पद्धति से हिन्दू खटकों का व्यवसाय मिट गया । हलाल का यह संकट इतनेतक ही सीमित नहीं है, अपितु अब वह अन्य उद्योगों पर भी मंडरा रहा है । हलाल अर्थव्यवस्था देश की अर्थव्यवस्था के लिए चुनौती दे रही है; इसलिए हिन्दू व्यापारी भाईयों को समय रहते ही इस आर्थिक जिहाद का सामना करने के लिए तैयार होना चाहिए, ऐसा आवाहन हिन्दू जनजागृति समिति के पश्चिम महाराष्ट्र, कोंकण, गोवा एवं गुजरात राज्य समन्वयक श्री. मनोज खाडये ने किया । यहां के स्वामी समर्थ मंगल कार्यालय में ४ अप्रैल को केवल उद्यमियों के लिए ही इस सभा का आयोजन किया था, उसमें वे ऐसा बोल रहे थे ।
सभा के आरंभ में सनातन के धर्मप्रसारक सद्गुरु सत्यवान कदमजी के करकमलों से दीपप्रज्वलन किया गया । उन्हें सरकारी ठेकेदा श्री. धनाजी मोहिते ने सम्मानित किया, तो जामसंडे व्यापारी संगठन के श्री. राजेंद्र पाटिल ने श्री. मनोज खाडये को सम्मानित किया । सभा का सूत्रसंचालन श्री. हेमंत पुजारे और कु. पूजा मांजरेकर ने किया ।
अभिप्राय
१. श्री. रमाकांत आचरेकर : समिति कार्यकर्ता धर्मकार्य के लिए बहुत दृढतापूर्वक प्रयास कर रहे हैं । २. श्री. धनाजी मोहिते : वैचारिक शैथिल्य दूर कर लोगों में धर्मरक्षा हेतु जागृति लाने के लिए आपका धन्यवाद !
३. श्रीमती माधुरी विनायक पाटिल : आपने जो सूत्र बताएं, वो सभी महत्त्वपूर्ण है । विशेषरूप से लव जिहाद की ओर अधिक ध्यान देना आवश्यक है । हिन्दू राष्ट्र तो आना ही चाहिए ।
४. श्रीमती मिताली रमेश सावंत : व्यापार के नाम पर भारत आए अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाया । आज भी वैसा हो सकता है और यह उसकी आहट है । अतः प्रत्येक व्यक्ति को संगठित होकर लडाई लडनी चाहिए । आज के समय में प्रतिक्षण सतर्क रहना पडेगा ।
५. श्री. आत्माराम कोयंडे : हलाल प्रमाणपत्र व्यवस्था के विषय में संपूर्ण जानकारी मिली । सभा में किए गए उद्बोधन से बहुत अच्छा लगा । आज
हिन्दू जनजागृति समिति की केवल हिन्दू समाज को ही नहीं, अपितु राष्ट्र को आवश्यकता है ।
६. श्री. अमित शिंदे : मार्गदर्शन सुनते समय रक्त बौखला रहा था; परंतु एकत्रित होने के लिए बहुत कुछ करना पडेगा ।
७. श्रीमती दीपश्री खाडिलकर : यहां सात्त्विक वातावरण का अनुभव हुआ, जिससे प्रसन्न लग रहा था । हलाल प्रमाणपत्र व्यवस्था के विषय में जानकारी मिली ।
८. श्री. अभिजित रानडे : सभा में अच्छे और उद्बोधक विचार व्यक्त किए गए । वक्ता जब बोल रह थे, तब बहुत अच्छा लगा और मानसिक शांति का अनुभव हुआ । अगले कार्यक्रम में भी मैं निश्चितरूप से उपस्थित होने का प्रयास करूंगा ।
९. श्री. दिनेश खाडीलकर : हमारा अस्तित्व हमें ही टिकाए रखना चाहिए और उसके लिए बहुत कुछ करना चाहिए । सभी को भले ही ऐसा संभव न हो; परंतु उन्हें हिन्दू जनजागृति समिति का कार्य में यथाशक्ति सहयोग देना चाहिए ।