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जबलपुर (मध्य प्रदेश) में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से संपन्न हुआ हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन !

हिन्दू संगठनों को अपने मतभेदों को बाजू में रखकर हिन्दू राष्ट्र के लिए संगठित होना चाहिए ! – अतुल जेसवानी, प्रदेशाध्यक्ष, हिन्दू सेवा परिषद

दीपप्रज्वलन करते हुए भारत रक्षा मंच के डॉ. एच्.पी. तिवारी, सनातन संस्था के श्री. अभय वर्तक एवं भारतीय शिक्षा मंडल के डॉ. आशिष श्रीवास्तव (दाहिनी ओर)

जबलपुर (मध्य प्रदेश) : राष्ट्र और धर्मविरोधी शक्तियों की आक्रामक नीति देखकर हिन्दुओं को जागृत होना चाहिए । हिन्दुओं को व्यापक हित ध्यान में रखते हुए अपनी रणनीति बनानी होगी । सभी हिन्दू संगठनों को अपने मतभेदों को बाजू में रखकर एकत्रित कार्य किया, तो हिन्दू राष्ट्र स्थापना का लक्ष्य प्राप्त करना असंभव नहीं है, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू सेवा परिषद के प्रदेशाध्यक्ष श्री. अतुल जेसवानी ने किया । यहां के आर्य समाज मंदिर के दयानंद भवन में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से आयोजित किए गए हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में वे ऐसा बोल रहे थे । इस अधिवेशन में विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के अनेक प्रतिनिधि उपस्थित थे ।

इस समं हिन्दू जागरण मंच के कृषि विभाग के अध्यक्ष श्री. विकास खरे, हिन्दू टाइगर फोर्स के प्रदेशाध्यक्ष श्री. देवेंद्र हिन्दू और जिला अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष श्री. राजेश नायक ने उपस्थित धर्मप्रेमियों को संबोधित किया । साथ ही हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी भी ऑनलाइन पद्धति से उपस्थित थे ।

जागरूक हिन्दुओं को हिन्दू राष्ट्र स्थापना की ओर ले जाने के लिए जागृति कीजिए ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

अब हमें व्याख्यानों, विचारगोष्ठियों और सभाओं जैसे उपलब्ध होनेवाले प्रत्येक मंच पर हिन्दू राष्ट्र स्थापना का उद्घोष करना होगा । जागृति लाने के माध्मय से हिन्दुओं का प्रभावी संगठन खडा होता है, यह हमारा अनुभव है । आज हम ध्रुवीकरण का अनुभव कर रहे हैं । आज हिन्दू समाज में अभूतपूर्व जागरूकता आई है । इसे हम प्रतिकूल काल की अनुकूलता बोल सकते हैं । ऐसे काल में हमें जागरूक हिन्दुओं को राजनीति की ओर ले जाने के लिए नहीं, अपितु उन्हें हिन्दू राष्ट्र स्थापना की दिशा में ले जाने के लिए जागृति जागृति लानी पडेगी ।

हिन्दू जनजागृति समिति हिन्दू राष्ट्र के लिए निस्वार्थ भाव से कार्य कर रही है ! – अतुल जेसवानी, प्रदेशाध्यक्ष, हिन्दू सेवा परिषद

हिन्दू जनजागृति समिति एकमात्र ऐसा संगठन है, जो सभी संगठनों में समन्वय लाने के लिए दिनरात कार्यरत है ,साथ ही निस्वार्थभाव से कार्य कर रहा है । यह संगठन छोटे हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का मार्गदर्शन कर रहा है । केवल समिति ही समाज को हिन्दू राष्ट्र का ध्येय क्यों रखना चाहिए, यह निरंतर बता रही है । सभी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को हिन्दू राष्ट्र के कार्य में क्रियाशील होना चाहिए ।

लव जिहाद को रोकने हेतु हिन्दू युवतियों की सेना की आवश्यकता ! – श्रीमती लतासिंह ठाकूर, अध्यक्षा, चंडी वाहिनी

एक धर्मांध अधिकारी की अश्लील मांग को तोड डालने के लिए मुझे अपनी सरकारी नौकरी छोडनी पडी । धर्मांध युवक आज की युवतियों को लालच देकर अपने जाल में फंसा रहे हैं । लव जिहाद का मुंहतोड जवाब दे सकेगी, इस प्रकार की हिन्दू युवतियों की एक सेना बनाने की आज आवश्यकता है ।

धर्मांतरणबंदी का कानून अधिक सक्षम बनना चाहिए ! – योगेश अगरवाल, संस्थापक, हिन्दू धर्म सेना

धर्मांतरण की समस्या ने आज उग्र रूप धारण कर लिया है । हिन्दू समाज भले ही घरवापसी कर रहा हो; परंतु घरवापसी करनेवालों की संख्या धर्मांतरण करनेवालों की संख्या के सामने नगण्य है । आज के समय में धर्मांतरण पर कानूनी प्रतिबंध नहीं है । अब कुछ शर्तें तैयार की गई हैं, जिनके द्वारा तहसीलदार के सामने खडे रहकर धर्मांतरण करना स्वीकार करने का बताना पडता है, उससे धर्मांतरण पर कुछ मात्रा में रोक लगी है । धर्मांतरण का कानून और अधिक सक्षम हुआ, तो उससे धर्मांतरण पर लगाम लगाने में सहायता मिलेगी । इसके लिए सभी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों में समन्वय बढना चाहिए और उसके लिए हमारा संगठनन सदैव ही सहयोग देगा ।

हिन्दुओं में जाज्वल्य धर्माभिमान जागृत करने के लिए हमें प्रयास करने आवश्यक ! – डॉ. एच्.पी. तिवारी, प्रांत अध्यक्ष, भारत रक्षा मंच

आज कश्मीर से लेकर कन्याकुमारीतक का हिन्दू असुरक्षित है । आनेवाले १० से १५ वर्षाें में धर्मांध और आक्रामक बनकर इस देश की सत्ता संपादन करेंगे । इसे रोकने की बडी चुनौती आज हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के सामने है । आज के समय में हिन्दू संगठनों को इस समस्या की गंभीरता ज्ञात होते हुए भी उसके लिए प्रत्यक्ष कार्य होता हुआ दिखाई नहीं देता । हिन्दू समाज निद्रिस्त है । हिन्दुओं में जाज्वल्य धर्माभिमान जागृत करने में हम अल्प पड रहे हैं ।

हिन्दू राष्ट्र स्थापना का आरंभ अपने घर से कीजिए ! – डॉ. आशिष श्रीवास्तक, मध्य भारत प्रांत संयोजक, भारतीय शिक्षा मंडल

हमारा घर ही हमारे सामने की बडी चुनौती है । हमें अपने परिवार को संस्कार देने के लिए प्रधानता देना आवश्यक है । ‘क्या मेरे परिवार में १६ संस्कार दिए जाते हैं ?’, इसे हमें पहले देखना चाहिए । मैने मेरे परिवार की महिलाओं को गर्भाधान संस्कार का महत्त्व समझाया, जिससे मेरे परिवार में एक धर्माभिमानी सदस्य बढ गया है । संस्कारों का महत्त्व अनन्यसाधारण है, इसे ध्यान में लेकर हिन्दू राष्ट्र स्थापना का आरंभ अपने घर से होना चाहिए ।

‘सेक्यूलर (धर्मनिरपेक्षतावादी) देश में विशिष्ट धार्मिक मान्यतावाला हलाल प्रमाणपत्र कैसे चलता है ? – आनंद जाखोटिया, मध्य प्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक, हिन्दू जनजागृति समिति

इस्लामी संस्थाएं हलाल प्रमाणपत्र के माध्यम से हिन्दू व्यापारियों से करोडों रुपए कमा रही हैं और इस धन का उपयोग देशविरोधी गतिविधियां चलाने के लिए किया जा रहा है । ये संगठन जिहादी आतंकियों को कानूनी सहायता भी उपलब्ध करा रहे हैं । एक ओर संविधान सेक्यूलर है, यह हिन्दुओं को सिखाया जाता है और दूसरी ओर धार्मिक मान्यता के आधार पर प्रमाणपत्र बांटे जाते हैं, यह समझ से परे है । इससे हिन्दू राष्ट्र की कितनी आवश्यकता है, यह ध्यान में आता है ।

अन्याय के विरुद्ध न लडने का दुर्गुण ही हिन्दू समाज का बडा शत्रु ! – अभय वर्तक, धर्म प्रचारक, सनातन संस्था

९० लाख ज्युओं का एक ज्यू देश हो सकता है, तो १०० करोड हिन्दुओं का एक राष्ट्र क्यों नहीं हो सकता ?, इस पर सभी को चिंतन करना आवश्यक है । हिन्दुओं को आज संख्या की नहीं, अपितु धर्म के अभिमान की आवश्यकता है । ध्वनिप्रदूषण कानून के होते हुए भी हम ५ बार की अजान शांति से सहन करते हैं । गांव-गांव में लव जिहाद की घटनाएं होती हैं, तब भी हिन्दू उसे सहन करता रहता है । अन्याय सहन करने का यह दुर्गुण ही हमें हानि पहुंचा रहा है । हिन्दुओं को हिन्दू राष्ट्र का महत्त्व समझाना बहुत आवश्यक है और उसके लिए व्यापक जनजागरण की आवश्यकता है ।

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