हिन्दुओं का संगठित न होना ही हिन्दू समाज की दु:स्थिति का कारण ! – गिरीश कोट्टारी, राज्य उपाध्यक्ष, रयत संघ
मंगलुरू (कर्नाटक) : आज कुछ स्वार्थी हिन्दू ही अपने स्वार्थ के लिए हिन्दुत्व का उपयोग कर उसकी नींव ही मिटा रहे हैं । मंदिरों को अपवित्र करने और विध्वंस करने जैसे अनुचित काम कर रहे हैं । हिन्दुओं में संगठन न होने से ही यह सब हो रहा है । हिन्दुओं, सतर्क रहिए । जब हम अपनी जातियों को भूलकर संगठित हुए, तो उससे हमारे धार्मिक क्षेत्रों का महत्त्व अन्यों की समझ में आएगा और तब हम ही अपने मंदिरों की रक्षा कर सकेंगे, ऐसा प्रतिपादन रयत संघ के राज्य उपाध्यक्ष श्री. गिरीश कोट्टारी ने किया । बंटवाळ तहसील के समाज सेवा सहकारिता बैंक के सभागार में आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में वे ऐसा बोल रहे थे । इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. चंद्र मोगेर ने भी ‘हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता’ विषय पर उपस्थित धर्मप्रेमियों को संबोधित किया । उन्होंने कहा कि लव जिहाद, लैंड जिहाद की घटनाएं निरंतर हो रही हैं । उनके विषय में हमें जागरूक होना आवश्यक है । शिवमोग्गा के हिन्दू कार्यकर्ता हर्ष की हत्या करनेवाले आक्रमणकारियों पर सरकार को कठोर कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए और हिन्दू कार्यकर्ताओं को संरक्षण देना चाहिए । ऐसे दमनतंत्र को रोकने के लिए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना ही एकमात्र उपाय है ।