कश्मीर फाइल्स की कहानी को ‘काल्पनिक’, ‘झूठा’ कहनेवाले लिबरल्स अब इसपर क्या कहेंगे ? – सम्पादक, हिन्दुजागृति
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में एक बार आतंकियों ने टारगेट किलिंग को अंजाम देते हुए बुधवार (13 अप्रैल 2022) की शाम को सतीश सिंह राजपूत नाम के एक व्यक्ति को गोली मार दी थी । इस हमले में वे घायल हो गए थे । इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई ।
घटना दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के काकरान के पोम्बे कमप्रीम क्षेत्र की है। मृतक सतीश काकरान के रहने वाले सुरिंदर सिंह के बेटे हैं और पेशे ड्राइवर थे। स्थानीय अधिकारियों ने घटना की पुष्टि की है। इस घटना के बाद आतंकियों को पकडने के लिए सुरक्षाबलों ने क्षेत्र को चारों ओर से घेर लिया और खोज अभियान शुरू कर दिया है।
#UPDATE Terrorists fired upon a civilian namely Satish Kumar Singh, driver by profession, resident of Kakran, Kulgam. He has been shifted to the hospital for treatment. The area was cordoned off. Further details shall follow: Police
— ANI (@ANI) April 13, 2022
वहीं, कुलगाम जिले में आतंकियों ने पोस्टर चिपकाया है, जिसमें हिन्दुओं को कश्मीर छोडकर चले जाने की चेतावनी दी गई है। लश्कर-ए-इस्लाम नामक इस आतंकी संगठन ने अपने पोस्टर में पुलिसकर्मियों और सेना के जवानों को भी धमकी दी है। पोस्टर में लिखा है कि, ‘काफिरो आप अल्लाह और उसके रसूल हजरत मोहम्मद में आस्था जताओ या फिर कश्मीर छोड दो, अन्यथा हम आपको नरक में भेज देंगे। यह धमकी एक पत्र के माध्यम से उत्तरी कश्मीर के बारामुला, वीरवन में रहने वाले कश्मीरी हिंदुओं को दी गई है। पुलिस ने इस सिलसिले में मामला दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी है, लेकिन इससे घाटी में रहने वाले अल्पसंख्यकों में एक भय और असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो गई है।’
Deeply saddened on yet another target killing of our kashmiri Hindu Surjit singh,a rajput driver at kakran in south kashmir this evening. About 5 rajput families continued to live there near mata katyani mandir.A few families live near buniyar near Uri too since ages.I have (1/2) pic.twitter.com/NKN07tlEaz
— Ravinder Pandita(Save Sharda) (@panditaAPMCC63) April 13, 2022
लश्कर-ए-इस्लाम ने अगस्त 2016 में कुलगाम में रहने वाले कश्मीरी हिंदुओं को भी इसी तरह की धमकी दी थी। वीरवन,बारामुला में घाटी में पुनर्वास के तहत प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत सरकारी नौकरी प्राप्त करने वाले विस्थापित कश्मीरी हिन्दुओं की एक ट्रांजिट कालोनी है। इसमें करीब 150-200 कश्मीर हिंदू परिवार रह रहे हैं। इस तरह की ट्रांजिट कालोनियां वादी के लगभग हर जिले में हैं। इन कालोनियों के अलावा कश्मीरी हिंदुओं के करीब 700 परिवार ऐसे भी हैं, जिन्होंने आतंकियों की धमकी के बावजूद घाटी से पलायन नहीं किया।
कश्मीर में सेना के ऑपरेशन से बौखलाए आतंकी और उसका आका पाकिस्तान अब टारगेट किलिंग पर उतर आए हैं। आतंकी गैर-मुस्लिमों और गैर-कश्मीरियों को टारगेट कर रहे हैं। इसके पहले आतंकियों ने घाटी में सोनू कुमार नामक एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी थी। सोनू अपनी दुकान पर बैठे थे। इसी दौरान आतंकी आए और उन्हें गोली मार दी।
वहीं, गत वर्ष आतंकियों ने दो लोगों की हत्या कर दी थी, जिसमें एक हिंदू और एक सिख समुदाय से थे। आतंकियों ने श्रीनगर के ईदगाह इलाके में स्थित एक स्कूल में शिक्षकों को लाइन में खडे कर उनका आईडी कार्ड देखा और फिर दो गैर-मुस्लिम शिक्षकों की हत्या कर दी थी।
स्रोत : Opindia