Menu Close

तमिलनाडु : ‘हिंदू शैतान हैं, जीसस महान हैं’ पढानेवाली शिक्षिका निलंबित, छात्रा ने लगाया धर्मांतरण का आरोप

तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले के एक विद्यालय में एक शिक्षक द्वारा कथित धर्मांतरण की कोशिश करने का मामला सामने आया है। इस मामले से जुडा एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। इस पूरे घटनाक्रम के चलते शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है। हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने राज्य की सत्ताधारी पार्टी डीएमके और मुख्यमंत्री स्टालिन पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं और इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

इंडिया टुडे से जुडे प्रमोद माधव की रिपोर्ट के अनुसार, घटना कन्याकुमारी जिले के इरानियल पुलिस थाना क्षेत्र की है। पुलिस के अनुसार, कन्नातुविलई क्षेत्र में स्थित एक सरकारी विद्यालय की छठी कक्षा की छात्रा ने विद्यालय की एक सिलाई की ईसाई शिक्षक बियट्रीस थंगम पर कक्षा में कथित तौर पर ईसाई धर्म का प्रचार करने और हिंदू धर्म को नीचा दिखाने के आरोप लगाए हैं । विद्यालय प्रशासन और पुलिस से शिकायत करती बच्ची का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस विद्यालय में आसपास के क्षेत्रों के करीब 300 बच्चे पढते हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, बच्ची ने ये बात अपने घर पर भी बताया। शिक्षक के खिलाफ शिकायत में कहा गया है, “भोजन के बाद शिक्षक हमें और बाकी कक्षा के बच्चों को इकट्ठा कर प्रार्थना करवाती हैं और हमें बाइबल पढने के लिए बोलती हैं। जब हमने बताया कि हम हिंदू है, हम बाइबल नहीं भगवद् गीता पढते हैं, तो उन्होंने कहा कि, भगवद् गीता बेकार है और बाइबल अच्छी है। उन्होंने हमें ऐसी कहानी सुनाई, जिसमें हिंदुओं को शैतान बताया गया है। वे हमें घुटनों पर बैठकर और हाथ जोडकर प्रार्थना करने के लिए भी कहती हैं।”

शिक्षक पर आरोप लगाने वाली छात्रा ने पुलिस को ये भी बताया कि, उन्हें कहा जाता है कि जीसस महान हैं और हमें बाइबल पढनी चाहिए।

शिकायत के बाद कार्यवाही

इधर इस मामले में आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है। इस बारे में जानकारी देते हुए तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री अंबिल महेश ने कहा, “मामले के सामने आने के बाद शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है। पूरे मामले की जांच रिपोर्ट की प्रतिक्षा है, इसके आधार पर ही शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हमने सभी सरकारी विद्यालयों में नोटिस जारी कर इस मामले में जानकारी मांगी है। “

विद्यालय में कथित धर्मांतरण के मामले के सामने आने के बाद राज्य का विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलई ने महात्मा गांधी का हवाला देते हुए राज्य में हो रहे कथित जबरन धर्मांतरण के मामलों पर सवाल उठाते हुए कहा, “गांधी जी ने कहा था कि जबरन धर्मांतरण भारत की एकता और अखंडता के लिए खतरा हैं। इन मामलों को राज्य सरकार इस तरह से छुपाने में लगी हुई है, जैसे कुछ हुआ ही न हो। तंजावूर की लावण्या के साथ जो हुआ, उसके बाद सरकार को इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए और जांच करनी चाहिए कि शिक्षक अपने धर्म को विद्यालय में लाने की कोशिश क्यों कर रहे हैं।”

भाजपा ने सरकार से इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है और किसी तरह के दिखावे से दूर रहने की सलाह दी है।

वहीं राज्य की मुख्य विपक्षा पार्टी AIADMK के कोवाई सत्यन ने सरकार पर आरोप लगते हुए कहा कि जब से स्टालिन सरकार सत्ता में आई है, इस तरह के मामले आए दिन देखने को मिल रहे हैं। सरकार को इस मामले में गंभीर कार्रवाई करनी चाहिए और जो भी दोषी पाए जाएं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।

स्रोत : द लल्लनटॉप

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *