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जहांगीरपुरी हिंसा मामले में लगातार कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस ने गोली चलाने वाले युनूस सोनू को गिरफ्तार किया था और उसके बाद समाचार आया है कि, एक शेख हामिद नाम का व्यक्ति भी पकडा गया है। पुलिस का दावा है कि इस शेख हामिद ने पूछताछ में इस बात को स्वीकार कर लिया है कि हिंसा में उपयोग की गई बोतलें उसी ने सप्लाई की थी।
During the probe of the Jahangirpuri violence case, one more accused namely a 36-yr-old Sheikh Hameed has been arrested. He is a scrap dealer. During interrogation, he disclosed that he had supplied bottles that were used for pelting during the incident: DCP NW Usha Rangnani
— ANI (@ANI) April 18, 2022
डीसीपी उषा रंगनानी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “जहांगीरपुरी हिंसा की जांच के दौरान, 36 साल का एक शेख हामिद को गिरफ्तार किया गया है। वह कबाडी है।
गौरतलब है कि एक ओर जब दिल्ली पुलिस ने शेख हामिद को पकड़ा है, उसी दौरान कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं जिसमें स्थानीय बताते दिख रहे हैं कि कैसे जहांगीरपुरी हिंसा में दंगाइयों के साथ-साथ औरतों ने इन बोतलों का प्रयोग किया। कथिततौर पर ज्यादातर लोगों के पास पहले से कांच की बोतलें मौजूद थी और औरतें छतों पर चढ़-चढ़ कर इन्हें शोभा यात्रा में शामिल हुए लोगों पर फेंक रही थीं।
नीचे वीडियो में स्थानीय बताते दिख रहे हैं- “बांग्लादेशी जब पीछे से भागते-भागते आए तब हमने किसी किसी के हाथ कांच की बोतलें देखी थीं। उन लोगों ने ये बोतल पन्नी में लपेटी हुई थी और एक-दो लोगों के हाथ में पिस्तौल भी थी।”
GROUND REPORT: Locals in #Jahangirpuri share horror tales of clash night & earlier
Men From Mosque Pelted First At Hanuman Yatra
Most With Bangladesh Ancestry Had Guns, Stones
Eve Teased, Snatched Mobiles Earlier
They Were 500, Yatra Men Just 50
FULL: https://t.co/5Bn5N46iH9 pic.twitter.com/7tX9VIoldl
— Rohan Dua (@rohanduaT02) April 18, 2022
इनके अलावा विश्व हिंदू परिषद के उमा शंकर ने भी यह जानकारी दी कि, दिल्ली के जहांगीरपुरी में जब हमला हुआ तो नियत लोगों को मारने की थी। वह खुद उस रैली का हिस्सा थे और दावा करते हैं कि दूसरे समुदाय को उन लोगों को किसी तरह नहीं उकसाया। मगर फिर भी लोग हथियार लेकर आ निकले। उनकी औरतें छतों से काँच की बोतलें फेंकने लगीं।
स्रोत : Opindia
20 अप्रैल
जहांगीरपुरी हिंसा मामले में नया खुलासा : हिन्दू नाम से फर्जी फेसबुक आईडी चलाता था मोहम्मद अंसार
दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। आरोपी मोहम्मद अंसार को लेकर अलग-अलग बातें सामने आ रही हैं। पुलिस पर गोली चलाने का आरोप भी उस पर लगा है। ऐसे में एक नई जानकारी सामने आई है कि, राज मल्होत्रा के नाम से उसकी एक फेक फेसबुक है। इस फेक फेसबुक आईडी पर उसकी कई तस्वीरें हैं।
#Matrubhumi: जहांगीरपुरी हिंसा मामले के मुख्य आरोपी अंसार को लेकर एबीपी न्यूज के हाथ लगे अहम सुराग, फेसबुक पर मिली फर्जी ID
मातृ भूमि @ShobhnaYadava के साथ @manogyaloiwalhttps://t.co/p8nVQWGCTx#MatrubhumiOnABP #Delhi #Jahangirpuri #DelhiPolice #hanumanjayanti pic.twitter.com/ccz5YXFvso
— ABP News (@ABPNews) April 19, 2022
कई तस्वीरों में वह सोने की मोटी चेन भी पहने नजर आ रहा है। यह भी बात मालूम चली है कि, कबाड का काम करने वाले अंसार का पांच मंजिला मकान है और हर फ्लोर पर एसी लगा हुआ है।
स्रोत : एबीपी
१९ अप्रैल
जहांगीरपुरी हिंसा पर विहिंप नेता का खुलासा – ‘हिंदू देवता की मूर्ति को तोडा गया, तिरंगे का भी अपमान’
नई दिल्ली – दिल्ली के जहांगीरपुरी में हिंसा के बाद अलग-अलग तरह के दावे किए जा रहे हैं। पहले पुलिस ने कहा था कि शोभा यात्रा के लिए अनुमति नहीं ली गई थी लेकिन विश्व हिंदू परिषद के स्थानीय नेता प्रेम शर्मा ने मंगलवार को दावा किया कि शनिवार को शोभा यात्रा निकालने के लिए अनुमति ली गई थी। इसके अतिरिक्त उन्होंने यह भी कहा, हिंसा के दौरान हिंदू देवता की प्रतिमा और भारत के झंडे को नुकसान पहुंचाया गया था। प्रेम शर्मा ने इंडिया टुडे से बातचीत में ये बातें कही हैं।
स्थानीय नेता प्रेम शर्मा को भी पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया था। प्रेम शर्मा पर आरोप है कि, उन्होंने शनिवार को बिना अनुमति के जहांगीरपुरी इलाके से शोभा यात्रा निकाली थी। बाद में उन्हें जमानत पर रिहा किया गया है।
अब प्रेम शर्मा ने पुलिस के दावे को खारिज किया है। इंडिया टुडे से बातचीत में शर्मा ने कहा “हमने दो थानों महेंद्र पार्क और जहांगीरपुरी से अनुमति ली थी। यह जुलूस हर साल बिना किसी परेशानी के निकाला जाता है। हमने पुलिस को बताया था कि 400 से ज्यादा लोग मौजूद रहेंगे और म्यूजिक सिस्टम होगा। हमने उन्हें रास्ते के बारे में भी बताा था।” उन्होंने यह भी कहा “अगर हमने पहले से पुलिस को नहीं बताया होता, तो 15-20 पुलिस वाले और उनके वाहन हमारे साथ कैसे तैनात थे? हमने पुलिस को सब कुछ बता दिया।” उन्होंने कहा कि उन्होंने एक पत्र जमा किया और जिस पर पुलिस ने हस्ताक्षर किया था।
हिंदू देवता की मूर्ति को नुकसान
प्रेम शर्मा ने यह भी दावा किया कि शनिवार को झड़प के दौरान एक हिंदू देवता की मूर्ति और राष्ट्रीय ध्वज को भी नुकसान पहुंचाया गया था। उन्होंने कहा भगवान बालाजी की मूर्ति को तोड़ा गया। भारतीय झंडे को नुकसान पहुंचाया गया। हमें क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है? जो पत्थर और तलवार चला रहे थे कार्रवाई उनके खिलाफ होनी चाहिए। चारों तरफ से पत्थर फेंके जा रहे थे। हम अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे थे।”
स्रोत : वन इंडिया
१८ अप्रैल
जहांगीरपुरी हिंसा : दिल्ली न्यायालय ने 2 धर्मांधों को एक दिन की पुलिस हिरासत तो अन्य 12 को न्यायिक हिरासत में भेजा
दिल्ली न्यायालय ने रविवार को शहर के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के शोभायात्रा पर हुए आक्रमण के मामले में दो धर्मांध एमडी असलम और मोहम्मद अंसार को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया, जो कथित तौर पर प्राथमिक आरोपी हैं।
ड्यूटी मजिस्ट्रेट दिव्या मल्होत्रा ने भी मामले में अन्य बारह आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। दिल्ली पुलिस ने जाहिद, अंसार, शाहजाद, मुक्तयार अली, मो।अली, आमिर, अक्षर, नूर आलम, मो। असलम, जाकिर, अकरम, इम्तियाज, मोहम्मद अली और अहीर गिरफ्तार किया है।
Jahangirpuri Violence: Delhi Court Remands Two Men To One Day Police Custody, Other 12 Sent To Judicial Custody https://t.co/wih1WFvWmz
— Live Law (@LiveLawIndia) April 17, 2022
इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 147, 148, 149, 186, 353, 332, 323, 427, 436, 307, 120B और आर्म्स एक्ट की धारा 27 के तहत प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है।
आरोपी व्यक्तियों को अदालत के समक्ष पेश किया गया, पुलिस ने कहा कि उन्हें सीसीटीवी फुटेज को देखना होगा और मामले में शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान करनी होगी।
पुलिस के अनुसार, उन्हें मोहम्मद के पास से एक पिस्टल मिली है। असलम जिसका कथित तौर पर घटना के दौरान इस्तेमाल किया गया था।
स्रोत : लाइव लॉ
१६ अप्रैल
दिल्ली : जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती शोभायात्रा पर सैकडों जिहादियों की भीड द्वारा पथराव-आगजनी
दिल्ली के जहांगीरपुरी में शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा पर पथराव हो गया। जिहादियों ने यहां आगजनी भी की। तलवार और गोलियां भी चलीं। घटना में एक सब इंस्पेक्टर समेत 6 पुलिसकर्मी और कुछ अन्य लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने 15 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। हिंसा के दौरान गोलिबारी करने वाले एक आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके पास से वारदात में उपयोग किया पिस्टल बरामद किया है। युवक की पहचान मोहम्मद असलम के रूप में हुई है। जो सीडी पार्क झुग्गी का रहने वाला है। असलम के खिलाफ पहले भी जहांगीरपुरी में मामला दर्ज है। उसके खिलाफ धारा 324/188/506/34 आईपीसी के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है।
On the basis of initial investigation, a total of 14 rioters have been arrested in #Jahangirpuri incident, including the person who fired bullets. The pistol used has also been recovered from his possession. Remaining rioters are being identified for strict legal action.
— Delhi Police (@DelhiPolice) April 17, 2022
दिल्ली पुलिस के जिस सब इंस्पेक्टर को गोली लगी है, उनका नाम मेधालाल है। बवाल की सूचना के बाद वह इलाके में पहुंचे थे। आजतक को उन्होंने बताया कि जब वे घटनास्थल पर पहुंचे तो लगभग एक हजार धर्मांध लोग इकट्ठा हो गए थे। जिहादियों ने कई वाहनों में तोड़फोड़ की और उन्हें आग के हवाले कर दिया। इस दौरान भीड को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोडे।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, शोभायात्रा जैसे ही सी ब्लॉक मस्जिद पर पहुंची तो अंसार नाम का धर्मांध अपने कुछ साथियों के साथ वहां पहुंच गया। इसके बाद शोभायात्रा में शामिल लोगों से बहस करने लग गया। यहीं से विरोध शुरू हो गया। दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जन्मोत्सव के दौरान शोभा यात्रा पर पथराव, पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल#HanumanJayanti2022 #Delhi @vimalkauushik pic.twitter.com/PU72OIB6Zs
— News24 (@news24tvchannel) April 16, 2022
दंगाइयों के के उपद्रव के कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें हजारों की संख्या वाली भीड़ अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाते हुए पुलिस के बेखौफ होकर हाथों में तलवार लहरा रही है। शोभा यात्रा पर पत्थरबाजी करने के साथ-साथ गाड़ियों में आग लगाने का वीडियो भी सामने आया है।
वहीं, हिंसा की निंदा करने के बजाए जमीयत उलेमा-ए-हिंद दंगाइयों के बचाव में खुलकर सामने आ गया है। जमीयत के दिल्ली अध्यक्ष मोहम्मद आबिद ने दंगे का दोष हिंदुओं पर मढ़ने की कोशिश करते हुए मुस्लिमों के हमले को सही ठहराने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि शोभायात्रा कई बार मस्जिद के सामने से गुजरी और फिर वापस आई। इस दौरान लोग उसमें घुसने और झंडा लगाने की कोशिश कर रहे थे।
हालांकि, आबिद का यह दावा पूरी तरह गलत है। सामने आए वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि शोभा यात्रा में शामिल लोग भगवान का संकीर्तन करते हुए रास्ते थे जा रहे थे। शोभा यात्रा जब मस्जिद के पास पहुँची, उसी दौरान उन मुस्लिमों ने उन पर हमला कर दिया। स्थानीय लोगों का भी कहना है कि शोभा यात्रा शांतिपूर्वक निकल रही थी, इसी दौरान पत्थरबाजी होने लगी।
Shocking eyewitness account from victim of Delhi riots 2.0: Deepak, Owner of Gagan Meat Shop tells JAN KI BAAT's Rishav Singh that rioters were gathered atop a mosque & they violently attacked #HanumanJayanti Shobha Yatra procession with stones. #DelhiRiots #Jahangirpuri pic.twitter.com/2uQiA6YdjG
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) April 16, 2022
इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कर रही है। स्पेशल सेल की कई टीमें जहांगीरपुरी इलाके में जाकर इलाके की सीसीटीवी फुटेज और अपराधियों की लिस्ट की जांच कर रही है। हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ हो रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जहांगीरपुरी के जिस इलाके में दंगाइयों ने पत्थरबाजी की वहां अवैध बांग्लादेशी मुस्लिम बड़ी संख्या में रहते हैं। सी-ब्लॉक और एच-टू झुग्गी में इनकी जनसंख्या सबसे अधिक है। बी ब्लॉक में भी मुस्लिम जनसंख्या है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हमला सी ब्लॉक के मंगल बाजार और कुशल सिनेमा के बीच हुआ। चारों तरफ से अचानक पत्थरबाजी होने लगी। यहां मुस्लिमों की जनसंख्या बहुत अधिक है।
पत्थरबाजी इतनी तेज हुई कि गली में मौजूद मेरे घर तक पत्थर आए
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, जब हम जहांगीरपुरी में घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां लोग बहुत कम दिख रहे थे। लेकिन जैसे ही हम मेन रोड से हटकर पास वाली गली में गए तो लोगों ने बोलना शुरू किया। यहीं रहने वाली रितु कश्यप ने हिंसा की पूरी वारदात का वीडियो अपने छत से बना लिया।
जहांगीरपुरी जी ब्लॉक में रहने वाली सुनीता सिंह बताती हैं कि ‘हमारे घर के सामने बहुत हंगामा हुआ। हनुमान जयंती के दिन शोभायात्रा पर मुसलमानों ने हमला कर दिया। मैं गली के अंदर रहती हूं, लेकिन इतनी तेज पत्थरबाजी हुई कि मेरे घर तक पत्थर आए हैं। हमने गोली चलने की आवाजें भी सुनीं।’
इसी गली में रहने वाली मुन्नी देवी बताती हैं कि ‘मैं घर में टीवी देख रही और अचानक से जोर-जोर से आवाजें आने लगीं। मैं बाहर निकली तो देखा कि सी-ब्लॉक वाले मुसलमान तलवार, चाकू, डंडे लेकर निकल रहे हैं। वो उन हिंदुओं को दौड़ा रहे थे जो शोभायात्रा का हिस्सा थे।’
नाकाम रहा दिल्ली पुलिस का खुफिया विभाग, पहले से थी हिंसा की आशंका
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ सूत्रों का कहना है कि, उपद्रव होने की आशंका पहले से ही थी, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया। ऐसे में इसे दिल्ली पुलिस की खुफिया विभाग की असफलता बताया जा रहा है। के ब्लॉक के रहने वाले राजबीर ने सवाल किया कि शोभायात्रा निकालते और उसकी तैयारी करते वक्त दंगा होने की आशंका पहले से ही थी तो पुलिस को इस बारे में क्यों नही पता चला। हिंसा को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री से बात की है और कहा है कि हिंसा के दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा।
शोभायात्रा में शामिल लोगों पर हमले के बाद सड़क पर करीब 500 मीटर तक कांच, पत्थर व ईंटें बिखरी थीं। सवाल ये खड़ा होता है कि आखिर इतनी मात्रा में कांच की बोतलें व पत्थर कहां से आ गए।
उपद्रव शुरू होते ही चारों तरफ भगदड़ मच गई थी। लोग जान बचाने के लिए सुरक्षित जगह देख रहे थे। एच ब्लॉक में रहने वाले मनीष ने बताया कि साजिश के तहत उपद्रव हुआ है। एक समुदाय ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी। हथियार, बोतल व पत्थरों को एकत्रित किया गया था। घटनास्थल के पास रहने वाले लोगों ने बताया कि उपद्रव करना पूरी तरह नियोजित था।