वैशाख शुक्ल १०, कलियुग वर्ष ५११५
कोल्हापुर : उंचगाव स्थित श्रीराम कालोनीमें आंदोलन करनेकी घटनामें पथकरविरोधी कृति समितिके २२ कार्यकर्ताओंपर पुलिसने १६ मईको आरोपपत्र प्रविष्ट किया है । इनमेंसे १७ जनोंको बंदी बनाकर न्यायालयमें पेश किए जानेपर न्यायालय द्वारा प्रतिभूतिपर उनकी मुक्ति हुई ।
बंदी बनाए गए लोगोंमें पथकरविरोधी कृति समितिके निमंत्रक सर्वश्री निवास साळोखे, भाजपाके नेता रामभाऊ चव्हाण (उम्र ७८ वर्ष), सत्यजीत कदम (उम्र ३५ वर्ष), अशोक पवार (उम्र ४२ वर्ष) के साथ १३ लोगोंका अंतर्भाव है । आइ.आर.बी. आस्थापनके ८० कर्मचारी उंचगाव स्थित श्रीराम कालोनीकी एक बिल्डिंगमें किराएपर रह रहे हैं । बुधवार शामको कृति समितिके कुछ कार्यकर्ताओंने इकट्ठा होकर कर्मचारियोंको अपशब्द बोलकर जानसे मार देनेकी धमकी दी । कमरेमें तथा बरामदेमें रखी कुर्सियोंकी तोडफोड कर पथकर राजस्व नहीं लेना तथा साहित्य ले जानेकी धमकी दी है, ऐसी शिकायत की है । घटनाकी जानकारी मिलनेपर शिवसेनाके विधायक सर्वश्री राजेश क्षीरसागर, चंद्रदीप नरकेके साथ पथकरविरोधी कृति समितिके पदाधिकारी तथा कार्यकर्ताओंने पुलिस उपाधीक्षक महेश सावंतसे भेंट की आइ.आर.बी. के कर्मचारियोंको मारपीट नहीं की; उन्हें वहांसे जानेकी विनती की थी । पुलिसने एकतरफा आरोप प्रविष्ट किए हैं । यह मांग उन्होंने की । उंचगावमें रहनेवाले आइ.आर.बी.के कर्मचारियोंसे पूछताछ क्यों नहीं की, उन्होंने ऐसी मांग की तथा उनके कुकृत्योंका पर्दाफाश करनवालोंपर गुनाह प्रविष्ट कर उनपर अन्याय किया है, ऐसी प्रतिक्रिया व्यक्त की ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात