कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि, देश में बहुसंख्य हिन्दुओं को पहरे में त्योहार मनाना पड रहा है, ऐसी स्थिति आने के लिए क्या यह पाकिस्तान है या बांग्लादेश ? – सम्पादक, हिन्दुजागृति
खरगोन में हालात तेजी से सामान्य हो रहे है। शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव के दौरान पुलिस-प्रशासन ने अतिरिक्त सतर्कता बरती। ऐहतियातन मंदिर बंद रखे गए। सुबह दो घंटे मिली कर्फ्यू से छूट में लोगों ने मंदिरों के बाहर से ही दर्शन किए। आला अधिकारी क्षेत्र में भ्रमण करते रहे। दिन में भी 3 से 5 बजे तक छूट दिए जाने की जानकारी है।
खरगोन में 10 अप्रैल रामनवमी पर हुए उपद्रव के बाद से ही पुलिस के आला अफसर खरगोन में ही डेरा डाले हैं। लगातार ऐहतिहात बरती जा रही है। शुक्रवार को भी जुमे की नमाज और गुड फ्राईडे की प्रार्थनाएं घरों से ही की गई थीं। आज हनुमान जन्मोत्सव पर मंदिरों को बंद रखने का निर्णय लिया गया। कोई भी मंदिर नहीं खुले। सुबह 10 से 12 बजे के बीच कर्फ्यू में ढील दी गई थी। इसी दौरान भक्तों ने मंदिरों के बाहर से ही दर्शन किए। प्रशासन लगातार नजर रखे हुए है। शहर में भ्रमण कर लोगों से टीम ने हाल-चाल भी जाने। बता दें कि तीन दिन से जिला प्रशासन कर्फ्यू में दो-दो घंटे की छूट दे रहा है। इस दौरान लोग जरूरत का सामान खरीदने के लिए घरों से बाहर निकलते हैं। शनिवार को दिन में 3 से 5 के बीच भी छूट दी जा सकती है।
कलेक्टर अनुग्रहा पी. ने बताया कि छूट शांतिपूर्ण रही। आज भी हालात सामान्य रहे। 10 से 12 बजे कर्फ्यू में 2 घंटे की छूट दी गई थी। कलेक्टर ने बताया कि फिलहाल कोई भी धार्मिक स्थल खोला नहीं जाएगा। जिले में अन्य धार्मिक-राजनीतिक जुलूसों पर प्रतिबंध है। जिला मुख्यालय छोड़कर अन्य स्थानों पर पूजन-भंडारे किए जा सकते हैं। नागरिक आवश्यक सामग्री सब्जी, फल, दूध, किराना सामान और मेडिकल के अलावा इलेक्ट्रिक रिपेयरिंग दुकानें, मिष्ठान और नमकीन की शॉप खोल सकेंगे। कलेक्टर ने आदेशित किया है कि दुकानों को छोड़कर अन्य स्थानों पर 5 या 5 से ज्यादा नागरिक खड़े होकर एकत्रित नही होंगे।
गुजरात से मदद करने आए चार लोग हिरासत में
एसपी रोहित काशवानी ने बताया कि शुक्रवार को चार धर्मांध संदिग्धों को हिरासत में लिया । प्राथमिक पूछताछ में संदिग्धों ने बताया कि वे यहां लोगों की मदद करने आए हैं। कर्फ्यू लगे होने के बावजूद गुजरात से यहां तक आना शंका पैदा कर रहा है। चौंकाने वाली बात यह भी है कि कार से करीब 15 हजार रुपये खर्च कर 30 हजार रुपये की मदद करने आना बताया जा रहा है। इनके साथ कुछ स्थानीय लोग भी एसडीएम कार्यालय पहुंचे थे, उनकी पहचान होना शेष है। आनंद नगर में पथराव की अफवाह के बाद प्रशासन ने अब कड़ा रुख अपनाने की बात कही है। एसपी रोहित काशवानी ने बताया कि अफवाहों और इंटरनेट मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट पर संबंधित व्यक्ति या एडमिन सहित उस पोस्ट को अन्यत्र भेजने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्रोत : अमर उजाला