अपना अस्तित्व टिकाए रखने हेतु सनातन धर्मियों को रणनीति बनाना आवश्यक ! – रघुनंदन शर्मा, पूर्व राज्यसभा सांसद तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष, भारत रखा मंच
भोपाल (मध्य प्रदेश) : सनातन धर्म का विशाल स्वरूप और उसकी समृद्ध धरोहर को मिटाने के लिए सैकडों वर्षाें में उन्होंने अनेक प्रयास किए । आज सनातन धर्म संकीर्ण बनता जा रहा है । एक समय में सनातनधर्मी शस्त्रसज्ज थे; परंतु आज वे शस्त्रहीन बन गए हैं । इसलिए अब उन्हें अपना अस्तित्व टिकाए रखने के लिए रणनीति बनाना आवश्यक है, ऐसा प्रतिपादन राज्यसभा के पूर्व सांसद तथा भारत रक्षा मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. रघुनंदन शर्मा ने किया । हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से यहां के मानस भवन में चौथा प्रांतीय हिन्दू राट्र अधिवेशन आयोजित किया गया था । इस अधिवेशन में विभिन्न हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के अनेक प्रतिनिधि उपस्थित थे । इस अधिवेशन में हिन्दुत्वनिष्ठों ने ‘जयतु जयतु हिन्दू राष्ट्रम्’ के जयघोष में भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया । अधिवेशन का सूत्रसंचालन श्री. प्रथमेश वाळके ने किया ।
अधिवेशन में उपस्थित हिन्दुत्वनिष्ठ
धर्मरक्षा दल के श्री. योगेश शर्मा, व्यावसायी श्री. रामबाबू शर्मा, बाडी बरेली के गुरुकुल के निदेशक श्री. प्रशांत राठी, भोपाल के धर्मरक्षा संगठन के संस्थापकक श्री. विनोद यादव, धर्मरक्षा संगठन के संयोजक श्री. अभय पंडीत, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. श्रराम काणे, सनातन संस्था के धर्मप्रचारक श्री. अभय वर्तक और श्रीमती संध्या आगरकर
अधिवेशना में हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा किया गया उद्बोधन
भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए प्रत्येक परिवार मेमं सनातन संस्कारों का जतन किया जाना चाहिए ! – प्रशांत राठी, निदेशक, गुरुकुल बाडी बरेली
आज हिनदू छात्रों को विद्यालयों में देवी-देवताओं के चित्र अंकित बहियां लेकर आने से रोका जाता है, इसे देखर हमने बाडी बरेली में गुरुकुल आरंभ किया । आरंभ में वह किराए की भूमि में चालू था; परंतु आज इस गुरुकुल की ४ शाखाओं में ४ सहस्र से अधिक बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं । हिन्दुओं के घरों से संस्कार नष्ट हो रहे हैं, इसे ध्यान में लेकर भारत को विश्वगुरु बनाने की प्रक्रिया अपने घर से आरंभ करनी पडेगी । उसके लिए प्रत्येक परिवार में सनातन संस्कारों का जतन किया जाना चाहिए ।
हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए हम सर्वाेपरी सहायता करने के लिए तैयार ! – रामबाबू शर्मा, व्यावसायी
आज अन्य धर्मी लोग संगठित हैं और हम हिन्दू बिखरे हुए हैं । व्यापारियों में भी हिन्दुओं की रक्षा करने की इच्छा है; परंतु हिन्दू समाज असंगठित होने से वे सहायता नहीं कर सकते । हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए हम सर्वाेपरि सहायता करने के लिए तैयार हैं ।
हिन्दुओं का प्रभावशाली संपर्क तंत्र स्थापित करना आवश्यक ! – विनोद यादव, संस्थापक, धर्मरक्षक संगठन, भोपाल
हिन्दू संगठन का कार्य करते समय हमारा अहंकार बढता है, यह ध्यान में आता है और यह अहंकार ही हमारे कार्य की बडी बाधा बन जाती है । सनातन संस्था के मार्गदर्शन के कारण अहंकार को कैसे न्यून करना है, यह ध्यान में आता है । आज हिन्दू संगठनों में परस्पर समन्यव का अभाव है; इसलिए हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य के लिए हिन्दुओं का प्रभावशाली संपर्क तंत्र स्थापित करना आवश्यक है ।
हिन्दू जनजागृति समिति हिन्दुओं को वैचारिक युद्ध के लिए सक्षम बना रही है ! – अभय पंडीत, संयोजक, धर्मरक्षक संगठन
हिन्दू समाज वैचारिक दृष्टि से निद्रिस्त है । समाज को हिन्दू राष्ट्र की मांग करने के लिए सिखाना, हमारे सामने की बडी चुनौती है । व्यक्तिगत जीवन में धर्माचरण करना आवश्यक है और यह धर्माचरण ही हमें हिन्दू बनाता है । आनेवाले समय में वैचारिक युद्ध होंगे । इन युद्धों के लिए हिन्दुओं को सक्षम बनाने का कार्य हिन्दू जनजागृति समिति कर रही है ।
हिन्दुओं की रक्षा के लिए हिन्दू राष्ट्र ही एकमात्र उपाय ! – अभय वर्तक, धर्मप्रचारक, सनातन संस्था
आज भारत के संविधान में हिन्दू धर्म के लिए किसी भी प्रकार का विशेष संरक्षण प्रावधित नहीं है । भारत हिन्दू राष्ट्र होते हुए भी संविधान में उसे सेक्यूलर (धर्मनिरपेक्ष) घोषित किया गया, जो हिन्दू समाज के साथ किया गया बडा अन्याय है । इस अन्याय के विरुद्ध लडने के लिए हिन्दुओं को प्रवृत्त करना ही समय की मांग है, साथ ही हिन्दुओं की रक्षा के लिए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना ही एकमात्र उपाय है ।