धर्मशिक्षा लेकर हिन्दू राष्ट्र के लिए प्रयासरत होंगे ! – सुरेश शिंदे, हिन्दू जनजागृति समिति
चिपळूण : हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के कारण ही राष्ट्रकल्याण और विश्वकल्याण होनेवाला है । धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र के कारण २० वर्ष पूर्व जहां ‘हिन्दू राष्ट्र’ शब्द का उच्चारण करने में भी भय लगता था; परंतु आज स्थिति बदल गई है । मुसलमानों को भारत का ‘दार-उल-इस्लाम’ अर्थात इस्लामीकरण करना है, ईसाईयों को भारत का ईसाईकरण करना है, तो वामपंत्रितयों को भारत में नास्तिकतावाद स्थापित करना है । उसके लिए उनसे योजनाबद्ध प्रयास किए जा रहे हैं । तो हिन्दू स्वयं के धर्म की श्रेष्ठता को भूलकर पश्चिमी संस्कृति अथवा विकृति के अधीन हुए हैं । संख्या की दृष्टि से हमारा देश हिन्दूबहुल देश होते हुए भी हमारे राष्ट्र के सामने ऐसी अनेक चुनौतियां खडी हो रही हैं । जन्महिन्दू लोग राष्ट्र, धर्म और संस्कृति की रक्षा नहीं कर सकते; अपित कर्महिन्दू ही कर सकते हैं । इसलिए जन्महिन्दुओं को धर्मशिक्षा लेकर उन्हें कर्महिन्दू बनाने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से धर्मशिक्षावर्ग लिए जाते हैं । उनका लाभ उठाकर हिन्दू राष्ट्र स्थापना के इस ईश्वरीय कार्य के हम भागीदार बनेंगे, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. सुरेश शिंदे ने किया । चिपळूण तहसील के कळवंडे मारवाडी के सुकाईदेवी सभागार में आयोजित की गई हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में वे ऐसा बोल रहे थे ।
इस सभा में पूर्व सरपंच रावजी उदेग, पुलिस प्रतिनिधि अनंत उदेग, ग्रामवासी बाळाराम वरपे, गणेश वरपे, किशोर पांचाल, हरिश्चंद्र नाचरेसहित १२५ धर्मप्रेमी उपस्थित थे । सभा का सूत्रसंचालन श्री. सचिन सकपाळ ने किया, तो समिति के वक्ताओं का स्वागत ह.भ.प. दीपक उदेग ने किया।