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बांग्लादेश : धर्मांध सरकारी अधिकारी के समर्थकों ने हिन्दू नेता को पेड से बांधकर बर्बर तरीके से मारा

ढाका – बांग्लादेश में एक बार फिर एक हिंदू व्यक्ति के साथ बर्बरता करने का मामला सामने आया है। बांग्लादेश के दक्षिण चटगांव क्षेत्र के हिन्दू अल्पसंख्यक समुदाय के एक प्रतिष्ठित नेता को इफ्तार पार्टी के निमंत्रण पर शुक्रवार को एक स्थानीय सरकारी अधिकारी के समर्थकों ने पेड से बांधकर पीटा।

बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई ओक्या परिषद के चटगांव दक्षिण के उपाध्यक्ष जितेंद्र कांति गुहा को चटगांव के पटिया उपजिला में हैदगांव संघ में एक पेड से बांधकर पीटा गया। श्री गुहा स्थानीय अवामी लीग के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के मुद्दे को प्रमुखता से उठाने वाले ‘वॉइस ऑफ बांग्लादेश हिंदू़ (@VoiceOfHindu71)’ नाम के ट्विटर हैंडल ने गुहा की फोटो शेयर की है। इसके साथ हैंडल ने लिखा है, “इफ्तार पार्टी में भाग नहीं लेने पर स्थानीय अवामी लीग के नेता मोहम्मद जसीम द्वारा बर्बर तरीके से चटगाँव के एक हिंदू नेता जितेंद्र कांति गुहा पर हमला किया गया।”

घटना के बाद उन्हें पटिया हेल्थ कॉम्प्लैक्स ले जाया गया जहां से उन्हें चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया। घटना शुक्रवार दोपहर हैदगांव के ब्रह्मनघाटा स्थित गौचिया सामुदायिक केंद्र के सामने हुई।

सूत्रों के अनुसार हैदगांव यूनियन अवामी लीग की ओर से गौचिया सामुदायिक केंद्र में इफ्तार महफिल व चर्चा बैठक का आयोजन किया गया था। यूनियन परिषद के अध्यक्ष बीएम जसीम को इफ्तार की महफिल में नहीं बुलाया गया, जिसके कारण यह हिंसा भड़की।

हैदगांव यूनियन अवामी लीग के संयुक्त संयोजक शाहिदुल इस्लाम जुलु ने कहा कि, यूनियन अवामी लीग ने जसीम को इफ्तार पार्टी में आमंत्रित नहीं किया क्योंकि उन्हें सत्तारूढ अवामी लीग के विद्रोही उम्मीदवार के रूप में चुना गया था।

वह नाराज होकर 30-40 लोगों के साथ कार्यक्रम स्थल पर आ गए और यूनियन अवामी लीग के संयोजक महमूदुल हक हाफिज समेत विभिन्न लोगों को गालियां देने लगे। कुछ देर बाद पूर्व सदस्य इंद्रजीत लियो ने जितेन गुहा को घूंसा मारा, और उसके साथ मौजूद बाकी लोगों ने उनको खींचकर एक पेड से बांधकर मारना शुरू कर दिया।

गुहा को पीटने का कारण पूछे जाने पर, बीएम जसीम ने आरोप लगाया कि जितेन गुहा ने अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान सरकारी घर, ट्यूबवेल और नौकरी देने का वादा करके विभिन्न लोगों से पैसे का गबन किया था।

जसीम ने कहा, “मैं घटनास्थल पर मौजूद रहकर जितेन को बचाने में सफल रहा। मैं नहीं होता तो स्थिति और खराब हो सकती थी।”
इस बीच, पटिया थाना प्रभारी (ओसी) मो. रशीदुल इस्लाम ने कुछ देर पहले यूनीवार्ता को बताया कि घटना पूरी तरह सच है। उन्होंने कहा कि अभी तक मामला दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन वादी द्वारा इस संबंध में मामला दर्ज करने की संभावना है।

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