विदेशी शपथ के लिए जारी होगा परिपत्र
राजकीय मदुरै मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों ने दीक्षा सत्रारंभ समारोह यानी प्रोग्राम इंडक्शन ओरिएंटेशन सेरेमनी के दौरान हिप्पोक्रेटिक शपथ के बजाय ‘महर्षि चरक शपथ’ ली। यह पहली बार है जब देश में मेडिकल छात्रों ने हिप्पोक्रेटिक शपथ की जगह महर्षि चरक शपथ ली हो। लेकिन यह बदलाव तमिलनाडु की स्टॅलिन सरकार को रास नही आया। इसकी जानकारी मिलने के बाद तमिलनाडु सरकार ने अप्रत्यक्ष तौर पर नाराजगी जाहिर की है तथा त्वरित कार्रवाई करते हुए कॉलेज के डीन डॉ ए रथिनवेल को पद से हटा दिया है।
Madurai | First-year MBBS students of Government Madurai Medical College took 'Maharishi Charak Shapath' instead of the Hippocratic oath during the induction ceremony yesterday
Tamil Nadu govt has moved to 'Waiting List' the Dean of Government Madurai Medical College. pic.twitter.com/xnnh5YhEzz
— ANI (@ANI) May 1, 2022
तमिलनाडु सरकार ने महर्षि चरक शपथ दिलाने के मामले के बाद सरकारी मेडिकल कॉलेज, मदुरै के डीन को स्थानांतरित करते हुए प्रतीक्षा सूची में रखा है। हालांकि, कार्यक्रम में राज्य सरकार के वित्त मंत्री पीटीआर पलानीवेल थियागा राजन और राजस्व मंत्री पी मूर्ति भी मौजूद थे।
मदुरै मेडिकल कॉलेज के प्रथम वर्ष के छात्रों का शपथ समारोह में हिप्पोक्रेटिक शपथ के बजाय संशोधित ‘महर्षि चरक शपथ’ दिलाने पर तमिलनाडु सरकार ने डीन डॉ रथिनवेल को पद से हटा दिया है और विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। डॉ रथिनवेल ने दावा किया कि शपथ तैयार करने वाले छात्र संघ के सचिव ने गलती से हिप्पोक्रेटिक शपथ के बजाय महर्षि चरक शरथ को डाउनलोड कर लिया था। इसलिए ऐसे हुआ।
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने की थी महर्षि चरक शपथ की सिफारिश
हाल ही में स्वास्थ्य शिक्षा ढांचे में नए बदलाव के अनुसार एनएमसी यानी राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने मेडिकल छात्रों की ओर से ली जाने वाली हिप्पोक्रेटिक शपथ को महर्षि चरक शपथ से बदलने की सिफारिश की गई थी। नेशनल मेडिकल कमीशन की ओर से जारी नए दिशा-निर्देशों में कहा गया था कि देश में चिकित्सा शिक्षा पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने वाले सभी उम्मीदवारों को ओरिएंटेशन के दौरान दिलाई जाने वाली हिप्पोक्रेटिक शपथ की जगह संशोधित महर्षि चरक शपथ दिलाई जाए।