‘लव जिहाद’ की घटनाओं पर आधारित फिल्म ‘द कन्वर्जन’ के निदेशक विनोद तिवारी ने कहा कि, भारत की हर बेटी को जागरूक होना चाहिए, हमारी फिल्म को धर्म के चश्मे से ना देखें इसे बेटी के लिए देखें कि, हमारी बेटी के साथ ऐसा ना हो जाए । इस फिल्म की नायिका को अपनी बेटी समझें। विनोद तिवारी ने कहा कि, समय आ गया है कि हमें लव जिहाद पर खुलकर चर्चा करनी चाहिए यह हमारा दिया हुआ शब्द नहीं है।
डायरेक्टर विनोद तिवारी ने आगे कहा कि, यहां प्यार जैसे पवित्र शब्द को बदनाम किया जाता है प्यार कीजिए आप राहुल है, तो राहुल कहिए । इमरान है तो इमरान कहिए । किंतु झूठ या छलावे के साथ संबंध मत बनाइए। केरल हाई कर्ट ने इतना बड़ा आदेश दिया और उसमें साफ तौर पर मेंशन किया है कि, लव जिहाद होता है यह हमारी उपज नहीं है, हमारा दिया हुआ शब्द नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमारी टीम ने दो ढाई साल तमाम केस स्टडीज पर ही रिसर्च की है। हमारी संहिता लिखनेवाली टीम ने केवल इन केस पर ही रिसर्च की है, सत्य को प्रमाण की जरूरत नहीं है। हमारी सरकार महिला सशक्तिकरण और बेटी बचाने की बात कर रही है और हमने भी अपनी फिल्म के जरिए यही कहा है कि, हर धर्म हर मजहब की बेटी को बचाया जाए, बेटी का कोई धर्म नहीं होता है, बेटी का कोई मजहब नहीं होता है।
स्रोत : न्यूज नेशन