भारत हिन्दू राष्ट्र बनने के लिए हिन्दुओं ने त्याग नहीं किया, तो उनका अस्तित्व संकट में आ सकता है ! – अभय वर्तक, धर्मप्रचारक, सनातन संस्था
खोपोली (जनपद रायगढ) : विगत ८ वर्षाें में राम मंदिर का निर्णय, अनुच्छेद ३७० और तीन तलाक रद्द करने जैसे अनेक कार्य हमारे सामने आए; परंतु भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना यह समस्त हिन्दू भाईयों, हिन्दू संगठनों और हिन्दू नेताओं के सामने की बडी चुनौती है । ऐसी ही स्थिति रही, तो वर्ष २०६१ में हिन्दू अल्पसंख्यक बन जाएंगे । पृथ्वी के पटल पर हिन्दू पहले से ही अल्पसंख्यक हैं । हमारी एक पीढी द्वारा बलिदान दिए जाने से ही हम स्वाधीन भारत में जी रहे हैं । अब हिन्दुओं ने हिन्दू राष्ट्र के लिए त्याग नहीं किया, तो हिन्दुओं का अस्तित्व संकट में आ सकता है । भारतभूमि इस हिन्दू राष्ट्र के लिए तन-मन-धन का बलिदान मांग रही है । हिन्दू भाईयोंसहित हिन्दू संगठनों ने अपनी सभी उपाधियों को बाजू में रखकर एकत्रित होना चाहिए और संवैधानिक पद्धति से लडना चाहिए, ऐसा आवाहन सनातन संस्था के धर्मप्रचारक श्री. अभय वर्तक ने किया ।
हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से खोपोली स्थित मुंबई-पुणे पुराने महामार्ग के निकट स्थित समर्थ कृपा ग्रीन हाऊस में २८ अप्रैल को संपन्न हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा को ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए धर्माचरण की आवश्यकता’ विषय पर संबोधित करते हुए वे ऐसा बोल रहे थे । इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. प्रसाद वडके ने भी हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता और उसके लिए योगदान’ विषय पर संबोधित किया । इस सभा में संतों और मान्यवरोंसहित १८० हिन्दू उपस्थित थे । उपस्थित धर्मप्रेमियों ने इस सभा से प्रेरणा लेकर रायगढ जनपद के खोपोली गांव के निकट के गांव-गांव में इस प्रकार हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभाएं लेने की तैयारी दर्शाई ।
रायगढभूषण ह.भ.प. रामदासभाई पाटिल महाराज के करकमलों से दीपप्रज्वलन किया गया । उन्होंने व्यासपीठ पर स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को माल्यार्पण किया । उसके उपरांत वेदमंत्रों का उच्चारण किया गया । समिति के मुंबई, ठाणे, रायगढ जनपद समन्वयक श्री. सागर चोपदार ने समिति के संपूर्ण देश में चल रहे कार्य की जानकारी दी । हिन्दू राष्ट्र-स्थापना की शपथ दिलाकर सभा का समापन किया गया । समिति के श्री. मिलिंद पोशे और श्री. सुनील कदम ने सूत्रसंचालन किया ।