नगर के प्रांतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में ३१ से अधिक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन सम्मिलित
नगर : फिल्मों के माध्यम से हिन्दुओं को जानबूझकर बुरी प्रवृत्ति का दिखाया जा रहा है तथा गैरहिन्दुओं की प्रतिमा ऊंची बनाने का षड्यंत्र चल रहा है । कोरोना महामारी की अवधि में देशभर से अभिनेत्री बनने के लिए फिल्मों में काम करने आईं १ सहस्र २०० लडकियां अनैतिक मार्ग पर अग्रसर हैं, तो उनमें से ४५० लडकियां लापता हैं । हिन्दुओं ने संगठितरूप से हिन्दू राष्ट्र की मांग की, तो हिन्दू राष्ट्र निश्चितरूप से आएगा, ऐसा प्रतिपादन सेन्सॉर बोर्ड के पूर्व सदस्य श्री. सतीश कल्याणकर ने किया । हाल ही में यहां के सारडा महाविद्यालय के सभागार में संपन्न प्रांतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में वे ऐसा बोल रहे थे । इस अधिवेशन में नगर के व्यापारी महासंघ, वन्दे मातरम् समूह, शिवप्रहार प्रतिष्ठान, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान, अखिल भारतीय छावा संगठन जैसे ३१ संगठनों के १०० से अधिक प्रतिनिधि उपस्थित थे ।
शंखनाद, दीपप्रज्वलन और वेदमंत्रों के उद्घोष से अधिवेशन का आरंभ हुआ । सनातन संस्था के धर्मप्रचारक सद्गुरु नंदकुमार जाधवजी ने कहा, ‘‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए शारीरिक बल के साथ साधना करना भी आवश्यक है ।’’ तो हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट ने कहा कि हिन्दू राष्ट्र ही देश की प्रत्येक समस्या का उपाय है तथा सभी संप्रदायों और हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को एक धागे में पिरोने का काम हिन्दू राष्ट्र कर रहा है ।
सरकारीकृत अनेक मंदिरों में करोडों रुपए का भ्रष्टाचार ! – पू. (अधिवक्ता) सुरेश कुलकर्णीजी, संस्थापक-सदस्य, हिन्दू विधिज्ञ परिषद
हिन्दू विधिज्ञ परिषद ने सूचना के अधिकार के माध्यम से सरकारीकृत अनेक मंदिरों में चल रहा करोडों रुपए का भ्रष्टाचार उजागर किया है । इसके अंतर्गत अनेक अधिकारियों की जांच भी चल रही है ।
विशेष
स
१. ‘लव जिहाद के विरोध में सफल संघर्ष’ के विषय में ‘औरंगाबाद’ का नाम बदलकर ‘संभाजीनगर’ बनाने के लिए आज के समय में कार्यरत शिवप्रहार प्रतिष्ठान के प्रमुख श्री. सूरज आगे ने मनोगत व्यक्त किया ।
२. नगर के व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष ईश्वर बोरा और उपाध्यक्ष प्रतीक बोगावत ने अतिक्रमण के विरोध में नगर के व्यापारियों द्वारा किए गए सफल संघर्ष का स्वरूप बताया । उन्होंने बताया कि पिछले एक वर्ष में धर्मांधों द्वारा एक हिन्दू व्यापारी के साथ की गई मारपीट के उपरांत नगर के सभी व्यापारी संगठन एकत्रित हुए और उन्होंने संगठितरूप से लोकतांत्रिक पद्धति से अतिक्रमण का विरोध किया । उसके कारण कपडा बजार में हो रहा अतिक्रमण अब पूर्णरूप से रुक गया है ।
३. नगर शहर में लैंड जिहाद के २० अलग-अलग प्रकरणों को देखनेवाले और दृढतापूर्वक प्रयास कर उनमें से कुछ प्रकरणों में कानूनी लडाई लडकर उसमें सफलता प्राप्त करनेवाले श्री. अमोल शिंदे ने लैंड जिहाद की भीषणता विशद की ।
४. वेदमूर्ति उपेंद्र खिस्ती, वेदमूर्ति प्रसाद पांडव एवं वेदमूर्ति अक्षय चिंधाडे ने वेदमंत्र का पाठ किया । श्री. रामेश्वर भुकन ने परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी द्वारा इस अधिवेशन के उपलक्ष्य में दिए गए संदेश का वाचन किया, तो कु. प्रतीक्षा कोरगांवकर ने अधिवेशन का उद्देश्य स्पष्ट किया । कु. प्रियांका लोणे ने कार्यक्रम का सूत्रसंचालन किया ।
५. नगर के हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. सुवेंद्र गांधी ने अधिवेशन के लिए सभागार उपलब्ध कराया, साथ ही हिन्दुत्वनिष्ठों के भोजन का भी प्रबंध किया ।